मुंबई, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी श्रीराम फाइनेंस का शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की जनवरी-मार्च तिमाही में 9.95 प्रतिशत बढ़कर 2,139 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी ने 2023-24 की समान तिमाही में 1,946 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
श्रीराम फाइनेंस ने शुक्रवार को बताया कि पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में उसका शुद्ध लाभ 35 प्रतिशत बढ़कर 9,761 करोड़ रुपये हो गया, जो 2023-24 में 7,190 करोड़ रुपये था।
समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की मूल शुद्ध ब्याज आय 13.40 प्रतिशत बढ़कर 6,051 करोड़ रुपये हो गई। यह प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों (एयूएम) में 17 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि और शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) के घटकर 8.25 प्रतिशत रहने के कारण संभव हुआ, जो एक साल पहले इसी अवधि में 9.05 प्रतिशत था।
श्रीराम फाइनेंस के कार्यकारी वाइस चेयरमैन उमेश रेवणकर ने कहा कि कंपनी के पास मौजूद अतिरिक्त नकदी तथा ऋण लागत में वृद्धि की वजह से एनआईएम में कमी हुई।
उन्होंने कहा कि कंपनी को चालू वित्त वर्ष (2025-26) में एनआईएम 8.5 प्रतिशत पर पहुंचने का भरोसा है, जो पिछले वित्त वर्ष के समान है। उन्होंने कहा कि कंपनी 15 प्रतिशत की एयूएम वृद्धि का लक्ष्य बना रही है।