जयपुर, 17 अप्रैल (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा कि राजस्थान में सौर ऊर्जा की अपार संभावनाएं हैं और हमारी सरकार नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में विकास को लेकर प्रतिबद्धता से काम कर रही है।
वह जैसलमेर के पोकरण में ‘रिन्यू पावर’ कंपनी के सौर ऊर्जा संयंत्र के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम सभी की सहभागिता से राजस्थान में ऊर्जा के क्षेत्र में हरित और उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करेंगे जिससे उत्कृष्ट और विकसित राजस्थान की संकल्प सिद्धि हो सके।
शर्मा ने कहा कि इस संयंत्र से राज्य में ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर किए जा रहे कार्यों को गति मिलेगी। इस संयंत्र से उत्पादित सारी बिजली राजस्थान की वितरण कंपनियों को कम दरों पर उपलब्ध कराई जाएगी। इससे उपभोक्ताओं को निर्बाध ऊर्जा मिल सकेगी तथा भविष्य की परियोजनाओं के लिए भी एक मानक तैयार होगा। इस संयंत्र से 1,500 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा पर्यावरण के अनुकूल और सबसे स्वच्छ ऊर्जा है। अन्य ऊर्जा स्रोतों के भंडार सीमित हैं लेकिन सौर ऊर्जा का कोई क्षय नहीं होता है, यह अक्षय ऊर्जा है। हर परिवार सौर ऊर्जा का उत्पादक बन सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अक्षय ऊर्जा उत्पादन में अभी तक कई कदम उठाए हैं जिनके सकारात्मक परिणाम धरातल पर नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज राजस्थान देश में सौर और अक्षय ऊर्जा के उत्पादन में शीर्ष पर है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 4,895 मेगावाट क्षमता की परंपरागत एवं 41,883 मेगावाट क्षमता की अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं को ढाई लाख करोड़ रुपये के निवेश से विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान की भौगोलिक स्थिति भी नवीकरणीय ऊर्जा के अनुकूल है। राजस्थान में 142 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन की संभावनाएं हैं।
केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशानुसार केंद्र सरकार द्वारा लगातार ऊर्जा उत्पादन में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप ऐसे संयंत्रों से नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार द्वारा ऊर्जा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किया जा रहा है।