ब्रातिस्लावा, नौ अप्रैल (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पुर्तगाल के दो दिवसीय राजकीय दौरे के समापन के बाद बुधवार को स्लोवाकिया गणराज्य पहुंचीं। वह इस देश की यात्रा करने वाली दूसरी भारतीय राष्ट्रपति बनीं।
विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) तन्मय लाल ने बताया कि स्लोवाकिया में संस्कृत अध्ययन के साथ भारत के गहरे संबंध हैं।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की रचनाओं का स्लोवाक में अनुवाद किया गया है और स्लोवाकिया ने वर्ष 2022 में यूक्रेन से भारतीय छात्रों को निकालने के दौरान बहुमूल्य सहायता प्रदान की।
मुर्मू पुर्तगाल से विएना पहुंचीं और वहां से सड़क मार्ग से ब्रातिस्लावा पहुंचीं। स्लोवाकिया गणराज्य में अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान वह राष्ट्रपति पीटर पेल्लेग्रिनी, प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको और नेशनल काउंसिल अध्यक्ष रिचर्ड रासी से मुलाकात करेंगी।
राष्ट्रपति नित्रा स्थित टाटा मोटर्स के जगुआर लैंड रोवर संयंत्र में भी जाएंगी, जो 1.4 अरब यूरो के निवेश से वर्ष 2018 में शुरू हुआ था और प्रति वर्ष 1.5 लाख वाहनों के निर्माण की क्षमता रखता है।
इससे पहले मुर्मू ने पुर्तगाल में प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो और नेशनल असेंबली के अध्यक्ष जोस पेड्रो अगुइर-ब्रांको से मुलाकात की। उन्होंने गांधी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और राधा-कृष्ण मंदिर में हिंदू समुदाय से संवाद किया।
राष्ट्रपति की पुर्तगाल यात्रा दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्रवासी संबंधों को मजबूत करती है।
राष्ट्रपति ने लिस्बन स्थित ‘चंपलिमा सेंटर फॉर द अननोन’ का भी दौरा किया और भारतीय शोधकर्ताओं से बातचीत की। पुर्तगाल में राजनयिक संबंधों की बहाली के 50 वर्ष पूरे होने के मौके पर यह यात्रा प्रतीकात्मक रही।