रायगढ़, रायगढ़ जिले के दौरे के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सांसद सुनील तटकरे के घर पर दोपहर के भोजन में शामिल हुए।
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन ‘महायुति’ के घटक दलों के बीच रायगढ़ और नासिक जिलों के प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति को लेकर मतभेदों के मद्देनजर दोपहर के भोजन पर हुई यह मुलाकात अहम मानी जा रही है। हालांकि, तटकरे ने इस बात पर जोर दिया कि इसमें कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं था।
मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज की 345वीं पुण्यतिथि पर रायगढ़ किले में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद शाह मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्रियों –एकनाथ शिंदे और अजित पवार के साथ रायगढ़ में सुतारवाड़ी के गीताबाग में तटकरे के घर पहुंचे।
तटकरे रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
पिछले साल दिसंबर में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले फडणवीस को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के विरोध के कारण इस साल जनवरी में राकांपा सांसद की बेटी एवं राकांपा विधायक अदिति तटकरे और भाजपा नेता गिरीश महाजन को क्रमशः रायगढ़ और नासिक और जिलों के प्रभारी मंत्री के रूप में नियुक्ति को वापस लेना पड़ा था।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की राकांपा महायुति का हिस्सा हैं।
सुनील तटकरे ने संवाददाताओं से कहा कि दोपहर के भोज पर हुई बैठक गैर-राजनीतिक थी। उन्होंने कहा, ‘‘प्रभारी मंत्रियों का मुद्दा एजेंडे में नहीं था।’’
हालांकि, शिवसेना मंत्री और पार्टी प्रवक्ता संजय शिरसाट ने कहा कि भले ही शाह तटकरे के साथ दोपहर का भोजन करें, फिर भी रायगढ़ जिले के प्रभारी मंत्री का पद शिवसेना को ही मिलेगा।
इस पद पर शिवसेना के भरत गोगावले की नजर है। दोपहर के भोजन में राज्य के मंत्री शिवेंद्रसिंह भोसले, आशीष शेलार और केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल भी शामिल हुए।