
नयी दिल्ली, 30 अप्रैल (भाषा) कोलकाता नाइट राइडर्स के बाएं हाथ के स्पिनर अनुकूल रॉय ने स्वीकार किया कि दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मंगलवार को उनकी टीम मुश्किल में थी लेकिन अनुभवी स्पिनर सुनील नारायण ने मैच का रुख मेहमान टीम के पक्ष में मोड़ दिया।
नाइट राइडर्स के 205 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दिल्ली की टीम सलामी बल्लेबाज फाफ डु प्लेसी (62 रन) और कप्तान अक्षर पटेल (43 रन) के बीच चौथे विकेट की 76 रन की साझेदारी की बदौलत तीन विकेट पर 136 रन बनाकर अच्छी स्थिति में थी लेकिन नारायण (29 रन पर तीन विकेट) ने अपने लगातार ओवरों में इन दोनों बल्लेबाजों के अलावा ट्रिस्टन स्टब्स (01) को भी आउट करके मेजबान टीम का स्कोर छह विकेट पर 146 रन कर दिया और अंतत: टीम नौ विकेट पर 190 रन ही बना सकी।
अनुकूल ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘दिल्ली की टीम काफी सकारात्मक बल्लेबाजी कर रही थी जिससे मुकाबला थोड़ा उनके पक्ष में मुड़ गया था। ऐसा लग रहा था कि हम मुश्किल में घिर रहे हैं लेकिन नारायण ने बहुत अच्छी गेंदबाजी की और विकेट चटकाकर हमें वापसी दिलाई और अंतत: हम मैच जीतने में सफल रहे।’’
बड़े स्कोर वाले मैच में अनुकूल ने किफायती गेंदबाजी करते हुए 27 रन देकर एक विकेट चटकाया और मौजूदा सत्र में अपना पहला मैच खेल रहे इस स्पिनर ने कहा कि वह मौके का फायदा उठाने के लिए तैयार थे।
अनुकूल ने कहा, ‘‘मुझे कल (सोमवार को) अभ्यास सत्र के दौरान पता चला कि मैं खेल रहा हूं। विकेट बल्लेबाजी के लिए काफी अच्छा था और गेंदबाजों को मदद नहीं मिल रही थी। कोलकाता में भी हम इसी तरह के विकेट पर खेलते हैं इसलिए मुझे पता था कि यहां कैसी गेंदबाजी करनी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब मौका नहीं मिल रहा था तब भी मैं चीजों को नजरअंदाज नहीं कर रहा था। अभ्यास सत्र के दौरान मैं ट्रेनिंग, दौड़ने, गेंदबाजी, बल्लेबाजी सभी चीजों का काफी अच्छी तरह अभ्यास कर रहा था और मौका मिलने का इंतजार कर रहा था। अगर आप अभ्यास नहीं करते हैं और मानसिक रूप से तैयार नहीं रहते हैं तो फिर मौका मिलने पर आप इसका फायदा नहीं उठा पाते। नारायण और चक्रवर्ती (वरुण) जैसे सीनियर खिलाड़ियों ने भी समर्थन किया जबकि मोईन अली और स्पिन कोच ने काफी मदद की।’’
नाइट राइडर्स के कप्तान अजिंक्य रहाणे को अंगूठे और अंगुली के बीच चोट लगी है लेकिन अनुकूल ने कहा कि यह अधिक गंभीर नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘रहाणे को ठीक होने में दो-तीन दिन लगेंगे। अधिक जानकारी तो डॉक्टर ही दे सकते हैं। कुछ टांके आए हैं लेकिन वह ठीक हैं।’’
डु प्लेसी और अक्षर के आउट होने के बाद अंतिम ओवरों में विपराज निगम ने 19 गेंद में 38 रन की पारी खेलकर दिल्ली की जीत की उम्मीद जगाई लेकिन टीम को लक्ष्य तक नहीं पहुंचा पाए। उन्होंने कहा कि उनकी टीम ने नारायण और चक्रवर्ती को निशाना बनाने की योजना बनाई थी जो काफी सफल रही।
विपराज ने कहा, ‘‘हमारी शुरू से ही योजना थी कि उनके दोनों मुख्य स्पिनरों को निशाना बनाना ही है। हमने उनके शुरुआती दो-दो ओवर के स्पैल में उन्हें निशाना बनाया भी था। हमारा मौका यही था कि अगर हम उन्हें निशाना बनाएंगे तो अंत में हमें अतिरिक्त ओवर मिलेंगे या उन्हें गेंदबाज बदलना पड़ेगा लेकिन कुछ चीजें खराब हो जाती है, जैसे खराब शॉट चयन, जिससे हमारे क्रीज पर टिके हुए बल्लेबाज आउट हो गए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे विकेट और ऐसे गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ तुरंत आकर शॉट खेलना आसान नहीं होता इसलिए अगर जमे हुए बल्लेबाज खेलते रहते तो हम आसानी से मैच जीत जाते। अभ्यास सत्र और मुकाबलों से हमें यही सीखने को मिलता है कि अंतिम गेंद तक उम्मीद रखनी है। प्रयास करना और मैच को अंतिम गेंद तक ले जाना हमारे हाथ में था, तो हम वही कर रहे था। ’’
आम तौर पर अपनी फिरकी से बल्लेबाजों को छकाने वाले विपराज ने बल्ले से भी जलवा दिखाया। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी के संदर्भ में कहा, ‘‘घरेलू क्रिकेट में उत्तर प्रदेश की ओर से पिछले साल तक भी मैंने अच्छा प्रदर्शन किया। मैंने कुछ मुकाबलों में 70-75 रन भी बनाए। मेरे अंदर आत्मविश्वास था लेकिन बीच में कुछ पारियों में अच्छा नहीं कर पाया जिससे आत्मविश्वास पर असर पड़ता है, यह अच्छा रहा कि आईपीएल में आते ही मैंने फॉर्म हासिल कर ली। पहले मैच में भी मैं अच्छा खेला और उससे पहले अभ्यास मैच में भी अच्छा किया।’’
अनुभवी स्पिनर कुलदीप यादव के साथ गेंदबाजी पर विपराज ने कहा, ‘‘कुलदीप के साथ मैं घरेलू क्रिकेट में खेल चुका हूं इसलिए पहले से हमारी साझेदारी है। हमने साथ में मैच खेले हैं इसलिए उनके साथ खेलने में कभी दबाव नहीं होता। वह और अक्षर भाई खराब प्रदर्शन के बाद भी कहते हैं कि अपनी सामान्य गेंदबाजी जारी रखो। सीनियर खिलाड़ी और टीम प्रबंधन पूरा साथ देता है। आप पर दबाव नहीं होता कि आप अगले मैच से बाहर हो जाओगे।’’
विपराज ने कहा कि टीम ने ओस की संभावना को देखते हुए टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया था लेकिन अधिक ओस नहीं गिरी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने टॉस जीतकर गेंदबाजी इसलिए ली थी कि रात को ओस पड़ेगी लेकिन आज अधिक ओस नहीं थी। विकेट तो बहुत अच्छा था, पहली पारी में 200 रन बने और दूसरी पारी में भी विकेट बहुत अच्छा था।’’
दिल्ली कैपिटल्स ने अरुण जेटली स्टेडियम पर मौजूदा सत्र में चार में से अब तक सिर्फ एक मैच जीता है और वह भी सुपर ओवर में लेकिन विपराज ने कहा कि टीम को मैदान से सामंजस्य बैठाने में कोई समस्या नहीं आ रही।
विपराज ने कहा, ‘‘मैदान से सामंजस्य बैठाने में कोई समस्या नहीं है। लेकिन कभी-कभी हम ऐसे फैसले करते हैं जिससे प्रदर्शन थोड़ा ऊपर-नीचे हो जाता है लेकिन अब भी हम शीर्ष चार में बने हुए हैं जो अच्छी चीज है और हमारे पास अब भी पांच मैच हैं जिनमें हम वापसी करके शीर्ष दो में जगह बनाने की कोशिश करेंगे।’’