इंदौर (मध्यप्रदेश), 12 अप्रैल (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के “गोशाला में दुर्गंध” वाले बयान को लेकर उन पर इशारों ही इशारों में निशाना साधते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को कहा कि जिस भारतवासी को गोशाला में बदबू आती है, उसे देश में रहने का अधिकार नहीं है।
मोहन यादव ने इंदौर नगर निगम की एक गोशाला की नींव रखने के कार्यक्रम में अखिलेश की ओर स्पष्ट इशारा करते हुए कहा, ‘‘ उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में गोपालन से जुड़े परिवार से आने वाला एक व्यक्ति केवल वोट के चक्कर में कह रहा है कि उसे इत्र की खुशबू आती है और गोशाला में बदबू आती है। मुझे दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ेगा कि भारत में रहकर गोशाला में जिसको बदबू आए, उसको भारत में रहने का अधिकार नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि इन दिनों कई परिवार गोशाला में अपने बच्चों का जन्मदिन धूम-धाम से मनाने के लिए आते हैं और गोशाला से अच्छा कौन-सा स्थान हो सकता है।
मोहन यादव ने कहा कि गाय का गोबर ‘‘जीवन रूपी अमृत’’ है जिससे बनी खाद की बदौलत खेतों में गेहूं के चंद बीजों से हजारों बालियां फूट पड़ती हैं।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि गाय का गोबर कैंसर को भी मात दे सकता है। उन्होंने कहा कि गाय के गोबर और गोमूत्र से कई प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियां बन रही हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने “इत्र नगरी” कहे जाने वाले कन्नौज में पिछले महीने कहा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार उत्तर प्रदेश में गोशालाएं बना रही है क्योंकि उन्हें दुर्गंध पसंद है जबकि सपा की पिछली सरकार ने राज्य में अपने कार्यकाल के दौरान “इत्र पार्क” स्थापित किए थे क्योंकि उसे खुशबू पसंद है।
सपा प्रमुख ने कहा था,‘‘ वे (भाजपा) दुर्गंध पसंद करते हैं, इसलिए गोशाला बना रहे हैं। हम सुगंध पसंद कर रहे थे, इसलिए हम इत्र पार्क बना रहे थे।’’