कोलंबो, छह अप्रैल (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की श्रीलंका यात्रा भारत की ‘पड़ोसी पहले नीति’ में द्वीपीय देश की महत्वपूर्ण भूमिका को पुष्ट करती है। राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके के कार्यालय ने रविवार को यहां एक बयान में यह बात कही।
मोदी ने रविवार को श्रीलंका की ‘‘बेहद सार्थक’’ यात्रा संपन्न की, जिसके दौरान उन्होंने राष्ट्रपति दिसानायके के साथ व्यापक वार्ता की और रक्षा, ऊर्जा तथा डिजिटलीकरण जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
राष्ट्रपति दिसानायके के कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा ‘सदियों पुरानी मित्रता, समृद्ध भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता’ की थीम पर आधारित स्थायी संबंधों को रेखांकित करती है, तथा भारत एवं श्रीलंका के बीच संबंधों को और मजबूत बनाती है।’’
इसमें कहा गया है कि इस यात्रा से दोनों देशों के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध और प्रगाढ़ हुए हैं।
बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत की ‘पड़ोसी पहले नीति’ और ‘महासागर’ दृष्टिकोण में श्रीलंका की महत्वपूर्ण भूमिका को पुष्ट करती है।
इसमें कहा गया है कि मोदी की यात्रा से सहयोगात्मक पहल पर महत्वपूर्ण परिणाम मिलने की उम्मीद है, जिससे ‘‘पारस्परिक प्रगति और विकास की दिशा में मार्ग प्रशस्त होगा।’’