नयी दिल्ली, 12 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद दानिश अली ने शनिवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें बताना चाहिए कि ‘यह इत्तेफाक है, यह हमेशा की तरह दबाव’ कि वह अपने एकमात्र सांसद से राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ वोट क्यों नहीं करा पाई।
मायावती ने वक्फ संशोधन विधेयक पर लोकसभा में हुई चर्चा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की कथित खामोशी पर शनिवार को सवाल उठाया था।
पहले बसपा नेता रहे अली ने एक्स पर पोस्ट किया, “आदरणीय बहन मायावती जी बसपा के एकमात्र सांसद (राज्यसभा) रामजी गौतम हैं, उनसे से भी आप वक़्फ़ बिल के विरोध में वोट नहीं करा पाई। “
उन्होंने सवाल किया कि यह हमेशा की तरह किसी का दबाव था या महज़ इत्तेफ़ाक़?
पूर्व सांसद ने कहा, “कांग्रेस और राहुल संसद के अंदर और बाहर संविधान बचाने के लिये संघर्षरत है।आपसे सहयोग की अपेक्षा है।”
मायावती ने शनिवार को ‘एक्स’ पर सिलसिलेवार पोस्ट करते हुए कहा, ”वक्फ संशोधन विधेयक पर लोकसभा में हुई लंबी चर्चा में नेता प्रतिपक्ष द्वारा कुछ नहीं बोलना क्या उचित है जबकि विपक्ष संशोधित नागरिकता कानून की तरह इसे संविधान के उल्लंघन का मामला बता रहा है। इसे लेकर मुस्लिम समाज में आक्रोश व इनके इंडिया गठबंधन में बेचैनी स्वाभाविक है।”