शिमला, छह अप्रैल (भाषा) अभिनेत्री से राजनीतिक नेता बनीं कंगना रनौत ने रविवार को हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह अब भी लोकसभा चुनाव में अपनी हार को स्वीकार नहीं कर पाए हैं।
मंडी से सांसद रनौत ने विक्रमादित्य सिंह और उनकी मां तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि राजनीति में प्रतिस्पर्धा होती है, लेकिन सीमाएं नहीं लांघी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि किसी को बार-बार दूसरों पर कीचड़ नहीं उछालना चाहिए और न ही अभद्र भाषा का प्रयोग करना चाहिए।
रनौत ने मंडी में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि विक्रमादित्य सिंह ‘राजा बाबू’ होने के कारण लोकसभा चुनाव में अपनी हार को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।
छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह पूर्ववर्ती रामपुर रियासत के राजपरिवार के सदस्य हैं।
रनौत ने कहा कि मंडी की पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह और उनके परिवार ने पिछले 40 सालों से इस क्षेत्र पर ‘शासन’ किया, लेकिन क्षेत्र में सांसद निधि का एक रुपया खर्च नहीं कर सके।
उन्होंने प्रतिभा सिंह पर आरोप लगाया कि वह लोकसभा में एक बार भी क्षेत्र के लोगों का पक्ष रखने में विफल रहीं।
रनौत ने मंडी के विकास के लिए अपने दृष्टिकोण और चुनौतियों को साझा करते हुए कहा कि रेलवे, बिजली और संचार जैसे बुनियादी मुद्दे उठाए जा रहे हैं।
भाजपा सांसद ने कहा कि मंडी विशाल और विविध भौगोलिक क्षेत्र वाला है और इसमें विकास की काफी संभावनाएं हैं, लेकिन मंडी को प्राकृतिक आपदाओं जैसी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि भरमौर और पांगी जैसे दूरदराज के क्षेत्रों में परिवहन और संचार सुविधाएं अब भी पर्याप्त नहीं हैं।
रनौत ने कहा कि इन क्षेत्रों के लिए सुरंगों और सभी मौसम के लिए उपयुक्त सड़कों के निर्माण की लंबे समय से मांग की जा रही है और इन मुद्दों को संसद में उठाया जा रहा है।