मलप्पुरम (केरल), 12 अप्रैल (भाषा) इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने शनिवार को एसएनडीपी योगम के महासचिव वेल्लपल्ली नटेसन की मलप्पुरम के बारे में की गई टिप्पणी का बचाव करने के लिए मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की आलोचना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को उन्हें उचित नहीं ठहराना चाहिए था।
आईयूएमएल ने कहा कि पूरे केरल समाज ने उनके बयानों को खारिज कर दिया और उन्हें उचित ठहराने और ‘लीपापोती’ करने का कोई भी प्रयास व्यर्थ है।
आईयूएमएल के वरिष्ठ नेता पी के कुन्हालीकुट्टी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘समाज और राज्य के लोगों ने वेल्लपल्ली नटेसन के बयानों को खारिज कर दिया है। राज्य के लोगों ने स्पष्ट रूप से सुना है कि उन्होंने क्या कहा था और उनके कहने का क्या मतलब था, इस पर किसी स्पष्टीकरण की आवश्यकता नहीं है।’’
विजयन की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को ऐसा नहीं बोलना चाहिए था। पिछले हफ्ते मलप्पुरम में एसएनडीपी योगम के एक कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान नटेसन ने कहा था कि मलप्पुरम एक खास समुदाय की भूमि है जहां पिछड़ा एझावा समुदाय डर के साये में जी रहे हैं, उन्हें खुलकर सांस लेने की भी इजाजत नहीं है और उन्हें राजनीतिक और सामाजिक-आर्थिक आज़ादी से वंचित किया जा रहा है।
इस टिप्पणी की वामपंथी युवा संगठनों ने भी आलोचना की थी।
हालांकि, शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने एझावा नेता का बचाव करते हुए कहा कि वह किसी समुदाय या धर्म के खिलाफ नहीं हैं। आईयूएमएल का नाम लिए बिना विजयन ने कहा कि मलप्पुरम पर नटेसन के विचार एक पार्टी के खिलाफ हैं। एसएनडीपी योगम केरल में संख्या बल के लिहाज से मजबूत एझावा समुदाय का प्रतिनिधित्व करता है।