मुंबई, 13 अप्रैल (भाषा) भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो को भरोसा है कि शुल्क बढ़ोतरी से होने वाली वैश्विक घटनाओं का उसकी दीर्घकालिक योजनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी पीटर एल्बर्स ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में बताया कि बड़ा घरेलू बाजार एयरलाइनों की मदद करेगा।
उन्होंने कहा, “हाल ही में हुई कुछ गतिविधियों से अगले साल के लिए हमारी क्षमता (विस्तार) योजनाओं में कोई बदलाव नहीं हो रहा है।”
हालांकि, उन्होंने कहा कि भारत जैसी बड़ी अर्थव्यवस्था शुल्क युद्ध जैसी बड़ी वैश्विक घटना से अछूती नहीं रह सकती।
एल्बर्स ने कहा कि कंपनी दशक के अंत तक अपने आकार को दोगुना करने की इच्छुक है और इस पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि यदि तिमाही में गिरावट या उच्च वृद्धि भी आती है तो कंपनी प्रभावित नहीं होगी।
एल्बर्स ने सुझाव दिया कि वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बड़े आकार और पैमाने की एयरलाइन भारत के लिए अच्छी हैं।
अन्य देशों के साथ बातचीत करते समय भारतीय अधिकारियों द्वारा सीटों के ढांचे की समीक्षा के बारे में पूछे गए सवाल पर एल्बर्स ने कहा कि सीटों का बंटवारा भारतीय विमानन कंपनियों के लिए एक ‘खोया अवसर’ है, क्योंकि विदेशी विमानन कंपनियों को इससे लाभ मिल रहा है।