नयी दिल्ली, सात अप्रैल (भाषा) कार्यालय भवनों में कम पूंजी प्रवाह से भारतीय रियल एस्टेट में निजी इक्विटी निवेश वित्त वर्ष 2024-25 में तीन प्रतिशत घटकर 3.7 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया।
रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक की शाखा एनारॉक कैपिटल ने सोमवार को भारतीय रियल एस्टेट में निजी इक्विटी (पीई) सौदों के अपने आंकड़े जारी किए।
आंकड़ों के अनुसार, रियल एस्टेट में पीई निवेश 2024-25 में घटकर 3.7 अरब डॉलर रह गया जो वित्त वर्ष 2023-24 में 3.8 अरब डॉलर था।
वित्त वर्ष 2020-21 में निजी इक्विटी (पीई) प्रवाह 6.4 अरब अमेरिकी डॉलर था, लेकिन 2021-22 में निवेश घटकर 4.3 अरब डॉलर रह गया। वित्त वर्ष 2022-23 में यह मामूली सुधार के साथ 4.4 अरब डॉलर हो गया था।
एनारॉक कैपिटल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) शोभित अग्रवाल ने कहा, ‘‘ पिछले पांच वर्षों में पीई निवेश में लगातार गिरावट आई है, जो वित्त वर्ष 2020-21 में 6.4 अरब डॉलर से घटकर वित्त वर्ष 2024-25 में करीब 3.7 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया। यह वित्त वर्ष 2020-21 के स्तर से 43 प्रतिशत की कमी दर्शाता है। वैश्विक वृहद आर्थिक अनिश्चितता और भू-राजनीतिक अस्थिरता के बीच विदेशी निवेशक गतिविधि में कमी इसकी मुख्य वजह रही। ’’
आंकड़ों के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष में कुल पीई निवेश में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 84 प्रतिशत जबकि घरेलू निवेशकों की हिस्सेदारी 16 प्रतिशत रही।
परिसंपत्ति वर्ग में, कार्यालय परिसरों में निवेश में भारी गिरावट देखी गई और यह वित्त वर्ष 2023-24 के 2.2 अरब डॉलर से घटकर वित्त वर्ष 2024-25 में 80.6 करोड़ डॉलर रह गया।
गोदाम परिसंपत्तियों में पीई निवेश में तेजी से वृद्धि हुई, जिससे आवास व कार्यालय संपत्तियों में प्रवाह में गिरावट की भरपाई हुई। वित्त वर्ष 2024-25 में वित्त पोषण संरचना में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया, जिसमें कुल पीई प्रवाह में ‘हाइब्रिड’ सौदों की हिस्सेदारी 42 प्रतिशत रही।
आंकड़ों के अनुसार, इक्विटी और ऋण निवेश में क्रमशः 37 प्रतिशत तथा 21 प्रतिशत तक की गिरावट आई।