
गर्मियां आते ही आपको कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है-अब चाहे वह कमरे को ठंडा रखने या शरीर को ठंडा रखने का विषय ही क्यों न हो। आपके पास इसके समाधान भी अवश्य होते हैं लेकिन गर्मियों में अगर आपके पास फ्रिज नहीं है या किसी कारणवश बिजली चली गयी है या फिर फ्रिज ही खराब हो गया है और आपके पास इतना सामान भी है जिसे आप सड़ने आदि की समस्या से बचाना चाहती हैं लेकिन गर्मी के कारण आपकी सारी मेहनत बेकार होती लग रही है।
धैर्य रखिए, निराश न होइए। इसका भी हल है। कुछ सुझाव हैं जिन्हें अमल में ला कर आप अपनी खाद्य सामग्री को सड़ने व फफूंदी लगने से बचा सकती हैं। सबसे पहले तो अपने दिमाग में यह बात गांठ बांध लीजिए कि गर्मियों में चाहे आप कितनी ही व्यस्त क्यों न हों, जब बाजार जाएं तो एक साथ पूरे हफ्ते भर की सब्जियां न लाएं क्योंकि जब तक आप उनका उपयोग करेंगी, उससे पहले ही उनमें फफूंदी लग जाएगी।
यहां आपकी मेहनत और धन दोनों ही बेकार हो जाते हैं, अतः दो-तीन दिन के लिए ही सब्जी-भाजी लाना ही उचित रहेगा। सवाल यह उठता है कि दो-तीन दिन तक भी सब्जियों की ताजगी कैसी बनाए रखें। इसके लिए आपको एक मिट्टी का घड़ा खरीदना होगा। करेला, टिंडा, भिण्डी, तोरई, खीरा जैसी सब्जियों को घड़े में डाल कर उसे एक बड़े से टब या बाल्टी में पानी भर कर छोड़ दें। अब आप सब्जियों के विषय में निश्चिंत हैं। इसके अतिरिक्त आप एक अन्य उपाय भी कर सकती हैं। रसोईघर के एक कोने में ईंट से एक चौकोर स्थान बना लें, उसमें रेत भरें, रेत को गीला कर लें। अब उसमें आप घड़ा रख दें जिसमें सब्जियां रखें। दिन में एक या दो बार रेत गीली करती जाएं।
साग जैसे पालक, चौलाई को आप अगर शाम को लायी हैं और दूसरे दिन दोपहर को पकाना है तो आप उसे शाम को ही बंडल खोल कर किसी ट्रे में बाहर बरामदे में रखें ताकि रात की ठंडक व सुबह की ओस से ताजगी बनी रहे। जी हां, इसका अन्य उपाय एक और भी है। वह यह कि साग के डंठल को पानी भरे गिलास में डुबो कर रखें तथा बीच-बीच में पानी के छींटे मारती जाएं। हरे धनिया की ताजी पत्तियों को इस तरह कुछ दिन आराम से रखा जा सकता है।
नींबू तो आप एक साथ छः सात खरीद लाती होंगी किन्तु तीसरे दिन प्रयोग में लाने तक उनमें सूखापन आने लगता होगा। इसके लिए आपको चाहिए कि आप नींबू को राख से नीचे दबा कर रखें तथा प्रयोग करने से पूर्व उसे गर्म पानी में कुछ देर तक डूबा रहने दें।
इसके अतिरिक्त आपको अदरक सूखने की शिकायत रहती होगी जिसे आप किसी भी मौसम में गमलों में गीली मिट्टी के अन्दर दबा कर रखें। लाल टमाटर अधिक दिनों तक ताजा बने रहें, इसके लिए इनके डंठल पर थोड़ा-सा मोम लगा दें। यदि टमाटर नर्म हो जाएं तो इन्हें ठंडे पानी में छोड़ दें।
इसके अतिरिक्त आप पनीर जैसी खाद्य सामग्री को भी बिना फ्रिज के दो दिन तक खराब होने से बचाए रख सकती हैं। साधारण सफेद मलमल के कपड़े में लपेटें तथा उसमें तीन बूंद सिरका डालकर ठण्डे स्थान पर रख दें। पनीर बिना फफूंद के दो दिनों तक ताजा रहेगा।
आप दूध को भी फटने से बचा सकती हैं। एक चुटकी सोडा डालकर उबाल लें या इलायची पाउडर मिलाकर रख दें। दूध नहीं फटेगा। मक्खन के विषय में भी यही किया जा सकता है। मक्खन को अधिक समय तक रखना हो तो उसे बदबू से बचाने के लिए थोड़ी देर खाने का सोडा मिले पानी में रख दें। आप जब भी मक्खन का उपयोग करेंगी, मक्खन आपको ताजा ही मिलेगा।
ब्रेड को ताजा रखने के लिए इसे मोम के कागज में अच्छी तरह से पैक कर, ठंडे स्थान पर रख दें।
यह तो बात हुई साग-सब्जियों तथा दूध आदि की। एक अन्य महत्त्वपूर्ण बात भी गर्मियों के दिनों में सामने आती है जिसकी शिकायत आम गृहणियों को होती है कि अगर दोपहर में बनायी हुई सब्जी बच जाती है और उसे रखना पड़ता है तो रात के खाने तक उसमें बदबू आ जाती है। इसके लिए भी सरल उपाय है। बनायी हुई सब्जी को खाना खाने के पश्चात एक बार फिर गरम कर लें तथा एक कटोरी में निकाल लें। अब एक अन्य बड़े बर्तन में पानी भर कर उसमें यह कटोरी रख दें तथा इसे हवादार व ठंडे स्थान पर रखें।