नयी दिल्ली, 13 अप्रैल (भाषा) दोपहिया वाहन विनिर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने पिछले वित्त वर्ष (2024-25) में दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री में अपना शीर्ष स्थान बनाए रखा है। कंपनी ने इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ने के बावजूद इस दौरान 54 लाख से अधिक गाड़ियों की बिक्री की है। वाहन डीलर संघों के महासंघ (फाडा) के हालिया आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।
होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) 47,89,283 वाहनों की बिक्री के साथ दूसरे स्थान पर रही।
फाडा के अनुसार, हीरो मोटोकॉर्प ने पिछले वित्त वर्ष में कुल 54,45,251 वाहन बेचे, और उसकी बाजार हिस्सेदारी 28.84 प्रतिशत रही। वहीं, जापानी दोपहिया वाहन विनिर्माता एचएमएसआई की बाजार हिस्सेदारी 25.37 प्रतिशत रही।
टीवीएस मोटर कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में 33,01,781 गाड़ियों की बिक्री के साथ तीसरा स्थान हासिल किया, जिससे उसकी बाजार हिस्सेदारी 17.49 प्रतिशत रही।
कुल मिलाकर, दोपहिया वाहनों का पंजीकरण 2023-24 में 1,75,27,115 इकाइयों की तुलना में आठ प्रतिशत बढ़कर 1,88,77,812 इकाई हो गया।
यात्री वाहन खंड में, मारुति सुजुकी इंडिया 16,71,559 इकाइयों की खुदरा बिक्री के साथ सबसे आगे बनी रही। उसने 40.25 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी दर्ज की।
मारुति सुजुकी इंडिया ने वित्त वर्ष 2023-24 में 16,08,041 इकाइयां बेचकर 40.6 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी हासिल की थी। इसके बाद हुंदै मोटर इंडिया का स्थान रहा, जिसकी खुदरा बिक्री 5,59,149 इकाई रही। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 13.46 प्रतिशत रही, जबकि 2023-24 में यह 14.21 प्रतिशत थी।
टाटा मोटर्स इंडिया ने पिछले साल 5,35,960 गाड़ियां बेचीं, जिससे उसकी बाजार हिस्सेदारी 12.9 प्रतिशत रही। वित्त वर्ष 2023-24 में इसने 5,39,567 इकाइयां बेचीं, जिससे उसकी बाजार हिस्सेदारी 13.62 प्रतिशत रही थी।
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने पिछले वित्त वर्ष में 5,12,626 इकाइयां बेचीं, जिससे उसकी बाजार हिस्सेदारी 12.34 प्रतिशत रही। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने वित्त वर्ष 2023-24 में 4,27,390 इकाइयां बेची थीं, और उसकी बाजार हिस्सेदारी 10.79 प्रतिशत रही थी।
यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री पिछले वित्त वर्ष में पांच प्रतिशत की वृद्धि के साथ 41,53,432 इकाई हो गई, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 39,60,602 इकाई थी।
वित्त वर्ष 2024-25 में भारत में कुल वाहन खुदरा बिक्री छह प्रतिशत बढ़कर 2,61,43,943 इकाई हो गई, जिसमें यात्री वाहन और दोपहिया वाहनों के क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्रों का प्रदर्शन शहरी क्षेत्रों की तुलना में बेहतर रहा।