सोने की कीमतों में तेजी के बावजूद अक्षय तृतीया पर सोने की खरीदारी बढ़ी
Focus News 30 April 2025 0
नयी दिल्ली, 30 अप्रैल (भाषा) दुनिया के सबसे बड़े स्वर्ण उपभोक्ता भारत में बुधवार को अक्षय तृतीया के अवसर पर सोने और चांदी की खरीदारी में तेजी आई। कीमतें अधिक होने के बावजूद मूल्यवान धातु की खरीद को लेकर आकर्षण बना हुआ है।
आभूषण विक्रेताओं के संगठन अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (जीजेसी) ने अनुमान लगाया है कि पिछले साल की तुलना में मूल्य के लिहाज से सोने की बिक्री में 35 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की जाएगी।
दिन के पहले पहर में दक्षिण भारत में उपभोक्ताओं की संख्या अधिक रही तथा महाराष्ट्र तथा उत्तरी राज्यों में भी शाम के समय तक इसमें वृद्धि होने की उम्मीद है।
देश के विभिन्न हिस्सों में सोने की कीमतें 99,500 रुपये से 99,900 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच रही, जो 2024 में अक्षय तृतीया पर 72,300 रुपये से 37.6 प्रतिशत अधिक है।
जीजेसी के चेयरमैन राजेश रोकड़े ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि जो उपभोक्ता ऊंचे दामों पर सोना खरीदने से हिचकिचा रहे थे, वे अब खरीदारी कर रहे हैं क्योंकि कीमतें उच्च स्तर पर जाने के बाद लगभग स्थिर हो गई हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमें उम्मीद है कि सोने की बिक्री पिछले साल के 20 टन के स्तर पर स्थिर रहेगी। हालांकि, मूल्य के संदर्भ में, सोने की बिक्री में 35 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है।’’
अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना दक्षिण भारत में व्यापक रूप से प्रचलित परंपरा है, जो बढ़ती जागरूकता के साथ धीरे-धीरे पूरे देश में फैल गई है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (भारत) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सचिन जैन ने कहा, ‘‘ सोने की कीमतों में वृद्धि के कारण खरीद क्षमता प्रभावित हुई है। हालांकि, अक्षय तृतीया के कारण खरीदारी का रुझान मजबूत है। उपभोक्ता खरीदारी करेंगे।’’
पीएनजी ज्वैलर्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सौरभ गाडगिल ने कहा कि सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बावजूद उपभोक्ता धारणा सकारात्मक बनी हुई है। सोने, हीरे तथा चांदी के आभूषणों में लगातार रुचि बनी हुई है।
गाडगिल ने कहा, ‘‘ हालांकि मात्रा के हिसाब से वृद्धि में आठ से नौ प्रतिशत की मामूली गिरावट देखी जा सकती है, लेकिन मूल्य के हिसाब हमें 20-25 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है जो बाजार के मजबूत होने का एक अच्छा संकेत है।’’
जीएसआई इंडिया के प्रबंध निदेशक रमित कपूर ने प्रमुख भारतीय बाजारों में जड़ाऊ आभूषणों की मांग में बढ़ोतरी की बात कही, जबकि औकेरा की सीईओ लिसा मुखेदकर ने इस वर्ष उत्सव के दौरान प्रयोगशाला में बने हीरों को लेकर बढ़ती रुचि का उल्लेख किया।
अखिल भारतीय आभूषण एवं स्वर्णकार महासंघ के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने अनुमान लगाया है कि लगभग 12 टन सोना बिकेगा, जिसकी कीमत लगभग 12,000 करोड़ रुपये होगी। करीब 400 टन चांदी बिकेगी, जिसकी कीमत 4,000 करोड़ रुपये होगी। इस प्रकार कुल 16,000 करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है।
विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले तीन वर्ष में सोने की मांग में कमी नहीं आई है, जबकि इसका भाव रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
भारत सालाना 700-800 टन सोना आयात करता है।