अक्षय तृतीया पर सोना, चांदी की मांग मजबूत रहने की उम्मीद, आभूषण विक्रेता दे रहे आकर्षक छूट

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कोलकाता, 28 अप्रैल (भाषा) आभूषण विक्रेता सोने की बढ़ती कीमतों के बावजूद अक्षय तृतीया के मौके पर अच्छी मांग की उम्मीद कर रहे हैं और ग्राहकों को लुभाने के लिए सोने के मूल्य और गहने बनाने के शुल्क पर आकर्षक छूट की पेशकश कर रहे हैं।

अक्षय तृतीया को सोना खरीदने के लिए शुभ माना जाता है। यह इस साल 30 अप्रैल को है।

तनिष्क, सेन्को गोल्ड, एमपी ज्वैलर्स और पीसी चंद्रा ज्वैलर्स जैसे प्रमुख ब्रांड ने इस अवसर का लाभ उठाने के लिए कई तरह की छूट की घोषणा की है।

अंजलि ज्वैलर्स के निदेशक अनर्घा उत्तिया चौधरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि हमें उम्मीद है कि अक्षय तृतीया पर काम अच्छा रहेगा क्योंकि इस समय सोने में उपभोक्ताओं का विश्वास पहले से कहीं अधिक है।

उन्होंने कहा, ‘‘ सोने के प्रति लोगों की दीवानगी को भुनाने के लिए हम खरीदारी के अनुभव को ग्राहकों के लिए अधिक रोमांचक बनाने हेतु आभूषण बनाने शुल्क पर छूट की पेशकश कर रहे हैं।’’

कोलकाता में 22 कैरेट सोने की कीमत 9000 रुपये प्रति ग्राम के आसपास है, जो पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत से अधिक है।

उन्होंने कहा, ‘‘ यदि वर्तमान परिदृश्य जारी रहता है, तो अल्पावधि में सोने की कीमतें पांच से सात प्रतिशत तक बढ़ सकती हैं। कीमतों में तत्काल सुधार दिखाई नहीं दे रहा है और बाजार में अस्थिरता 2025 में जारी रहने की उम्मीद है।’’

चौधरी ने लोगों से इस समय सोने की खरीद पर विचार करने का आग्रह किया।

सेनको गोल्ड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुवनकर सेन ने कहा कि सोने की बढ़ती कीमतों के कारण खरीद मात्रा में गिरावट आई है, लेकिन शुभ मुहूर्त में खरीदारी की धारणा मजबूत रहने की उम्मीद है।

हालांकि, कंपनी किफायती दाम बनाए रखने के लिए कई विकिल्पों पर विचार कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘ हम शादी के गहनों में मोती और नग लगा सोने के इस्तेमाल को कम करने के लिए इनकी लागत 25-30 प्रतिशत कम करने की कोशिश कर रहे हैं।’’

सोने की खरीदारी को मजबूत निवेश मांग से भी समर्थन मिल रहा है।

इक्रा एनालिटिक्स की रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी 2025 में गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) में निवेश सालाना आधार पर 98.54 प्रतिशत बढ़कर 1,979.84 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 997.21 करोड़ रुपये था।

इसी अवधि के दौरान गोल्ड ईटीएफ के लिए प्रबंधन अधीन शुद्ध संपत्ति (एयूएम) 28,529.88 करोड़ रुपये से लगभग दोगुनी होकर 55,677.24 करोड़ रुपये हो गई।

गोल्ड ईटीएफ उन निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प प्रदान करता है जो सोने को भौतिक रूप से खरीदने की जटिलताओं के बिना सोने में निवेश करना चाहते हैं।

चांदी में भी निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ रही है।

जेरोधा फंड हाउस के अनुसार, जनवरी 2025 तक भारत में सिल्वर ईटीएफ का एयूएम 13,500 करोड़ रुपये को पार कर गया।

उद्योग जगत के लोगों का मानना ​​है कि अनुकूल वैश्विक रुझान, उच्च निवेश मांग और त्योहारी भावना के साथ इसमें मजबूत वृद्धि होगी।

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