जोहानिसबर्ग, 12 अप्रैल (भाषा) दक्षिण अफ्रीका के एक मंत्री ने कहा है कि जी-20 देशों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के जटिल परिदृश्य को समझने और मानवता की सेवा में इसकी पूरी क्षमता का दोहन करने के लिए व्यापक अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ संपर्क और सहयोग करना चाहिए।
दक्षिण अफ्रीका के संचार एवं डिजिटल प्रौद्योगिकी उपमंत्री मोंडली गुंगुबेले ने हाल ही में यहां सतत विकास के लिए एआई, डेटा, गवर्नेंस और नवाचार पर आयोजित जी-20 कार्यबल की बैठक में कहा, “हम डिजिटल औद्योगिक क्रांति के निर्णायक चरण में प्रवेश कर रहे हैं, ऐसे में यह स्पष्ट है कि एआई अर्थव्यवस्थाओं, शासन व दैनिक जीवन को नया आकार देने पर केंद्रित है।”
दक्षिण अफ्रीका 2025 के लिए जी-20 की अध्यक्षता करेगा।
उन्होंने कहा, “यह कार्यबल जी-20 सदस्यों के बीच निरंतर संवाद व सहयोग के लिए एक मंच स्थापित करने और व्यापक अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ जुड़ाव के माध्यम से एआई के जटिल परिदृश्य को समझने और मानवता की सेवा में इसकी पूरी क्षमता का दोहन करने का अवसर प्रदान करता है।”
मंत्री ने कहा, “कृत्रिम बुद्धिमत्ता हमें न केवल डिजिटल दूरी को पाटने का अवसर प्रदान करती है, बल्कि ग्लोबल साउथ के देशों को गरीबी, असमानता और बेरोजगारी की तिहरी चुनौतियों से निपटने का मौका भी देती है। ”