नयी दिल्ली, 27 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर आवारा गोवंश की समस्या से निपटने की दिशा में कदम उठाते हुए दिल्ली सरकार गौशालाओं का सर्वेक्षण कराएगी और ऐसी सुविधाओं के सुचारू संचालन के लिए वित्तीय सहायता देगी।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बवाना स्थित ग्रामीण गौशाला में एक सार्वजनिक सभा में यह घोषणा की और कहा कि वह, उनके मंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक गायों को ‘गौ माता’ मानते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘सड़कों पर घूमती गायों की दुर्दशा और उन्हें कभी-कभी दुर्घटनाओं का शिकार होते देखना हमारे लिए बहुत दुख की बात है। इसके लिए वे लोग जिम्मेदार हैं, जो दूध दुहने के बाद उन्हें भोजन की तलाश में इधर-उधर भटकने के लिए छोड़ देते हैं।’’
गुप्ता ने कहा, ‘‘सड़कों पर एक भी गाय को भटकते देखना अस्वीकार्य है। सरकार के साथ-साथ समाज के परोपकारी लोग गायों के वास्ते चारा और आश्रय जैसी सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए मौजूद हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार दिल्ली में सभी गौशालाओं का सर्वेक्षण कराएगी और गायों की पूरी तरह से देखभाल सुनिश्चित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के वास्ते एक योजना तैयार की जाएगी।
गुप्ता ने कहा कि सड़कों पर बेसहारा घूम रही बूढ़ी और बीमार गायों की देखभाल करना सरकार का कर्तव्य है और सरकार अपना कर्तव्य निभाने के लिए प्रतिबद्ध है।
दिल्ली की सत्ता में आने के बाद पिछले महीने अपने पहले बजट में भाजपा सरकार ने शहर में आवारा गायों की सुरक्षा के लिए एक कानून लाने की घोषणा की थी।
प्रस्तावित कानून में गायों के शोषण, अवैध पशु व्यापार और मालिकों की लापरवाही पर अंकुश लगाने के लिए सख्त प्रवर्तन उपायों को शामिल किया जाएगा। सरकार नयी गौशालाएं बनाने की भी योजना बना रही है और उनके निर्माण एवं रखरखाव के लिए बजट का भी प्रावधान किया जाएगा।