वायनाड (केरल), नौ अप्रैल (भाषा) केंद्रीय मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार राज्यों के साथ मिलकर मानव-पशु संघर्षों को रोकने के लिए कई उपायों को लागू कर रही है।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा किए गए संरक्षण प्रयासों के कारण भारत में जंगली जानवरों, विशेषकर लुप्तप्राय प्रजातियों की आबादी बढ़ रही है।
केंद्रीय पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री ने कहा कि इसके साथ ही देश में ऐसी स्थिति भी देखने को मिल रही है, जहां जंगली जानवर वन क्षेत्रों से बाहर निकल रहे हैं या स्थानीय लोग वन ‘बफर जोन’ में प्रवेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए इस तरह के संघर्ष बढ़ रहे हैं।
सिंह ने कहा, ‘‘हम इस स्थिति को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। हम इसका मुकाबला करने के लिए उपाय कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि ये कदम राज्य सरकारों के सहयोग से लागू किए जा रहे हैं।
सिंह वायनाड जिले के कलपेट्टा में डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र का उद्घाटन करने पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि पशुओं के व्यवहार को समझने के संबंध में स्थानीय लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।
जंगली जानवरों के रिहायशी इलाकों में आने के विभिन्न कारणों की ओर इशारा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भोजन की कमी उनके जंगलों से बाहर जाने का एक कारण हो सकती है।