बेंगलुरु, कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आर. अशोक ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि राज्य में ‘जनाक्रोश’ इस बात का सबूत है कि सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की प्रशासनिक मशीनरी “ध्वस्त” हो चुकी है और “भ्रष्टाचार की सभी सीमाएं पार हो चुकी हैं।”
भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार बसवराज रायरेड्डी के कथित बयानों का हवाला देते हुए सरकार की आलोचना की, जिन्होंने कहा कि कर्नाटक भ्रष्टाचार में नंबर एक स्थान पर है। उन्होंने मंत्री डी. सुधाकर के कथित बयान का भी हवाला दिया जिन्होंने कहा है कि सरकार 20 महीने बाद अब जाकर उभरी है।
अशोक ने इन टिप्पणियों को सरकार के कामकाज को दर्शाने वाला “प्रमाणपत्र” बताया।
अशोक ने एक बयान में कहा, “पूरे राज्य में लोग इस सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। पार्टी की ‘जन आक्रोश यात्रा’ के लिए समर्थन और विभिन्न जिलों में लोगों द्वारा व्यक्त की गई भावनाएं इसका स्पष्ट प्रमाण हैं।”
कर्नाटक भाजपा ने सोमवार को अपनी 16 दिवसीय ‘जनाक्रोश यात्रा’ शुरू की – जो आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों, मुस्लिमों के कथित तुष्टीकरण और दलित कल्याण के लिए निर्धारित धन के कथित दुरुपयोग को लेकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक राज्यव्यापी अभियान है।
कांग्रेस सरकार को “धोखेबाज” बताकर उस पर “खराब शासन” का आरोप लगाते हुए अशोक ने कहा कि अपनी विफलताओं को छिपाने के प्रयास उलटे पड़ गए हैं।
उन्होंने दावा किया, “20 महीनों में सिद्धरमैया सरकार का असली चेहरा सामने आ गया है।”