नयी दिल्ली, भाजपा उम्मीदवार राजा इकबाल सिंह शुक्रवार को दिल्ली के नए महापौर चुने गए। इसके साथ ही भाजपा दो साल बाद दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में सत्ता में लौट आयी।
इकबाल ने कांग्रेस उम्मीदवार मंदीप सिंह को हराया।
आम आदमी पार्टी (आप) ने महापौर चुनाव का बहिष्कार किया।
राजा इकबाल एमसीडी में विपक्ष के नेता थे और वह विगत में उत्तरी एमसीडी के महापौर रह चुके हैं।
इकबाल की जीत के बाद भाजपा पार्षदों ने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए।
राजा इकबाल ने 142 में से 133 वोट हासिल कर नांगलोई वार्ड-47 से पार्षद मनदीप सिंह को हराया। सांसद मनोज तिवारी की अनुपस्थिति और एक वोट अवैध घोषित होने के कारण भाजपा को दो वोट गंवाने पड़े। कांग्रेस को कुल आठ वोट मिले, जबकि आप ने सोमवार को चुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा की थी।
इकबाल सिंह ने कहा, ‘‘हम एक महीने के भीतर स्थायी समिति गठित करने की कोशिश करेंगे और दिल्ली सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो। हमारी प्राथमिकताओं में पार्कों को हरा-भरा बनाना, भ्रष्टाचार और प्रदूषण पर लगाम लगाना तथा ‘यूजर चार्ज’ तुरंत खत्म करना शामिल है।’’
उन्होंने कहा कि पार्टी शिक्षकों को ‘‘प्रेरित’’ करेगी, छात्रों की पोशाक के लिए धन उपलब्ध कराएगी और स्कूलों के बुनियादी ढांचे में सुधार करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा में विश्वास दिखाया है… हम एमसीडी के माध्यम से शहर की सेवा करने और अपने वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बीएमपी के तहत सभी पात्र संविदा कर्मचारियों को नियमों के अनुसार नियमित किया जाएगा।’’