नयी दिल्ली, 27 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता तीरंदाज राहुल बनर्जी का मानना है कि वह अनुभवी अतनु दास और दीपिका कुमारी का ओलंपिक पदक का सपना पूरा करने में मदद कर सकते हैं क्योंकि वह शीर्ष पर खेल चुके हैं और जानते हैं कि खिलाड़ियों को दबाव से निपटने में कैसे मदद करनी है।
दिग्गज तीरंदाज डोला के भाई बनर्जी को यह भी लगता है कि उम्र सिर्फ एक संख्या है और अभिषेक वर्मा जैसा कोई खिलाड़ी ओलंपिक 2028 में कंपाउंड मिश्रित टीम स्पर्धा में पदक जीतने का सपना देख सकता है। वर्मा अगले ओलंपिक तक 38 साल के हो जाएंगे।
अतनु और दीपिका दोनों अब बनर्जी की कोलकाता स्थित डीआरबी तीरंदाजी अकादमी में अभ्यास कर रहे हैं और उनकी निगाह इस साल होने वाली विश्व चैंपियनशिप और ओलंपिक 2028 में पदक जीतने पर है।
बनर्जी ने कहा, ‘‘ओलंपिक पदक को छोड़कर मेरे पास सभी पदक हैं और अतनु और दीपिका के साथ भी यही स्थिति है। इसलिए हमने सोचा कि चलो एक साथ शुरुआत करें और एक महीने का सत्र रखा।’’
अतनु और दीपिका ने कई विश्व चैंपियनशिप, विश्व कप और एशियाई पदक जीतकर जबरदस्त सफलता हासिल की है, लेकिन ओलंपिक में सफलता उनसे दूर रही है।
बनर्जी ने कहा, ‘‘मैं उस स्तर पर खेल चुका हूं और जानता हूं कि खेल के उन कठिन क्षणों के दौरान वास्तव में क्या होता है जब सिर्फ एक अंक पदक जीतने या खाली हाथ लौटने के बीच अंतर कर सकता है। मुझे लगता है कि मैं ओलंपिक में पदक जीतने के उनके सपने को पूरा करने में मदद कर सकता हूं।’’
बनर्जी ने रविवार को सरकार के सार्वजनिक-निजी भागीदारी समझौते के तहत भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के सहयोग से जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में अपनी अकादमी शुरू की।