‘पुरातन’ मेरी आखिरी बांग्ला फिल्म हो सकती है: शर्मिला टैगोर

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कोलकाता, 13 अप्रैल (भाषा) दिग्गज अभिनेत्री और पद्म भूषण से सम्मानित शर्मिला टैगोर ने कहा है कि हाल ही में रिलीज हुई उनकी फिल्म ‘पुरातन’ संभवतः उनकी आखिरी बांग्ला फिल्म हो सकती है।

उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए कहा कि अब लंबे शूट में हिस्सा लेना उनके लिए थोड़ा कठिन हो गया है।

उन्होंने शुक्रवार रात एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘‘देखते हैं आगे क्या होता है। मुझे बांग्ला फिल्मों में काम करना बेहद पसंद है। कोलकाता से मुझे बहुत लगाव है। लेकिन अब मेरा स्वास्थ्य पहले जैसी नहीं है।’’

उन्होंने वर्ष 2023 में ‘पुरातन’ की शूटिंग को याद करते हुए कहा, ‘‘हमने गंगा किनारे एक ‘रिजॉर्ट’ में 14-15 दिनों तक शूट किया था और वह बहुत अच्छा अनुभव रहा।”

शर्मिला टैगोर ने कहा, “अपनी मातृभाषा बांग्ला में संवाद बोलने का जो आत्मीय एहसास होता है, वह अनूठा है। आप तुरंत संवाद में सुधार कर सकते हैं, सहजता से अपने भाव व्यक्त कर सकते हैं।”

‘पुरातन’ में वह एक बुज़ुर्ग मां की भूमिका निभा रही हैं। वह एक कॉरपोरेट दुनिया में काम करने वाली आधुनिक महिला (ऋतुपर्णा सेनगुप्ता द्वारा अभिनीत) की मां हैं।

इस किरदार के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे किरदार हमेशा नहीं मिलते। हर फिल्म मेरे लिए एक चुनौती होती है। मैं हर किरदार को उद्देश्यपूर्ण तरीके से निभाना चाहती हूं।’’

निर्देशक सुमन घोष की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, “उन्होंने हर फ्रेम में मुझे सुंदर दिखाने की पूरी कोशिश की। उन्होंने एक बहुत ही खूबसूरत कहानी गढ़ी है।”

शर्मिला टैगोर ने वर्ष 1959 में सत्यजीत रे की ‘अपुर संसार’ से बतौर अभिनेत्री अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने ‘देवी’ और ‘अरण्येर दिनरात्रि’ जैसी प्रसिद्ध फिल्मों में भी काम किया।

कोलकाता के संदर्भ में उन्होंने कहा, “यह शहर इंसानियत और समावेशिता का प्रतीक है। शूटिंग के दौरान टीटागढ़ जाते समय मैंने सड़कों पर ‘कैरम’ खेलते, हंसते-खेलते लोगों को देखा। यही कोलकाता की आत्मा है। हर तबके के लोग साथ रहते हैं, खुश रहते हैं।”

‘पुरातन’ फिल्म का निर्माण ऋतुपर्णा सेनगुप्ता ने किया है।

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