
मुंबई, चार मार्च (भाषा) महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन ‘महायुति’ के सदस्यों ने मुगल बादशाह औरंगजेब की प्रशंसा करने के लिए मंगलवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अबू आसिम आजमी को महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित करने और उनके खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की।
इस मुद्दे पर हंगामा होने के कारण सदन की कार्यवाही कई बार बाधित रहने के बाद इसे दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया क्योंकि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित विधानसभा सदस्य आजमी के खिलाफ कार्रवाई की अपनी मांग को लेकर डटे रहे।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों ने दावा किया कि आजमी औरंगजेब के वंशज हैं, जिसने मराठा राजा छत्रपति संभाजी महाराज को प्रताड़ित किया था और उनकी बेरहमी से हत्या कर दी थी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अतुल भटकलकर ने मांग की कि आजमी पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया जाए और बजट सत्र के लिए उन्हें विधानसभा से निलंबित किया जाए।
शिवसेना के मंत्री गुलाबराव पाटिल ने भी आजमी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
सुधीर मुनगंटीवार (भाजपा) ने मांग की कि औरंगजेब की कब्र को ध्वस्त किया जाए।
सदस्यों को उग्र होता देख विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी। बाद में जब सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई तो उद्योग मंत्री उदय सामंत (शिवसेना) ने मांग दोहराई कि आजमी को सदन से निलंबित किया जाए और उन पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया जाए।
उन्होंने कहा, ‘‘हम ऐसे व्यक्ति की प्रशंसा बर्दाश्त नहीं कर सकते जिसने छत्रपति शिवाजी महाराज का उत्पीड़न किया और उनके बेटे छत्रपति संभाजी महाराज को प्रताड़ित किया।’’
हंगामे के बीच शिवसेना (उबाठा) के सदस्य भास्कर जाधव ने अपने स्थगन प्रस्ताव के नोटिस पर बोलने का प्रयास किया। जाधव ने सदन की कार्यवाही के दौरान जारी हंगामे को ‘‘नाटक’’ बताया।
शोरगुल के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही फिर से 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होने पर उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि आजमी एक ‘‘गद्दार’’ हैं और उन्हें विधानसभा में बैठने का कोई अधिकार नहीं है।
शिंदे ने समाजवादी पार्टी के विधायक रईस शेख से हाल में आई हिंदी फिल्म ‘छावा’ देखने को कहा, जिसमें संभाजी महाराज की बहादुरी और बलिदान को दर्शाया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘देखिए संभाजी महाराज ने 40 दिनों तक कितनी यातनाएं झेलीं। औरंगजेब ने उनसे अपना धर्म बदलने को कहा था।’’
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि औरंगजेब की प्रशंसा करना देश के राष्ट्रीय नायकों का अपमान है।
उन्होंने यह भी कहा कि संभाजी महाराज ने नौ साल में 70 युद्ध जीते। शिवसेना नेता ने कहा कि औरंगजेब ने मंदिरों को ध्वस्त किया और अपने ही परिवार को मार डाला।
सदन में हंगामा जारी रहा और पीठासीन अधिकारी संजय केलकर ने सदन की कार्यवाही तीसरी बार 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
बाद में सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होने पर ‘महायुति’ के सदस्य विधानसभा अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए और आजमी के खिलाफ नारे लगाने लगे। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष नार्वेकर ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।