हिंदी, तेलुगु और अंग्रेजी भाषा की फिल्मों और टेलीविजन में अपने काम के लिए पहचाने जाने वाले एक्टर विनीत कुमार सिंह एनएसडी से एक्टिंग में ग्रेजुएट हैं । वह बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी सुनीत कुमार के छोटे भाई हैं ।
उनकी हॉलीवुड फिल्मों में लिन कॉलिन्स के साथ ‘रिटर्न टू राजापुर’ (2006) मार्टिन शीन और मिशा बार्टन के साथ ‘भोपाल: ए प्रेयर फॉर रेन’ (2014) शामिल हैं।
एक्टर विनीत कुमार सिंह कई हिंदी फिल्मों में नजर आ चुके हैं। इनमें ‘द्रोहकाल’ (1994), ‘कच्चे धागे’ (1999), ‘शूल’ (1999), ‘अक्स’ (2001), ‘ये दिल’ (2003), ‘एक दिन 24 घंटे’ (2003), ‘धोखा’ (2007), ‘मंजूनाथ’ (2014), ‘मसान’ (2015) और ‘भाला’ (2023) शामिल हैं।
फिल्म ‘मसान’ (2015) में श्मशान के एक पेशेवर चांडाल के किरदार में विनीत के काम की जबर्दस्त सराहना हुई । इस फिल्म को 2015 के कान फिल्म फेस्टिवल में अन सर्टेन रिगार्ड सेक्शन में दिखाया गया और वहां पर इसने दो पुरस्कार भी जीते।
अंग्रेजी भाषा और हिंदी के अलावा वे कुछ तेलुगु, कन्नड़ और भोजपुरी फिल्मों में भी नजर आ चुके हैं। उनकी डेब्यू तेलुगु फिल्म ‘विक्रमारकुडु’ (2006) में उनके काम के लिए उन्हें अत्यंत प्रशंसा मिली।
विनीत कुमार सिंह फिल्मों के तो अच्छे कलाकार हैं ही, लेकिन उससे कहीं ज्यादा उन्हैं ओटीटी की वेब सीरीज में कामयाबी मिली। ‘महारानी’ (2021) ‘महारानी 2’ (2022) ‘द ग्रेट इंडियन मर्डर’ (2022) ‘निर्मल पाठक की घर वापसी’ (2022) और ‘गर्मी’ (2023) जैसी वेब सिरीज में उनके अभिनय की जबर्दस्त धूम रही।
विनीत कुमार सिंह ने ‘युगांधर’ ‘कदम’ ‘क्षितिज’ ‘एक दिन की वर्दी’ ‘अब आयेगा मजा’ और ‘आतिश’ जैसे टीवी धारावाहिकों में भी कमाल दिखाया।
छोटे पर्दे पर छोटे छोटे रोल निभाने के बाद विनीत को साल 1994 में पहली बार जी टीवी पर प्रसारित ‘कुरूक्षेत्र’ में दमदार रोल मिला। उसके बाद वे डी डी नेशनल पर प्रसारित महेश भट्ट के सीरियल ‘स्वाभिमान’ (1995-1997) में नजर आए।
उसके बाद ‘कगार’ (2002), ‘धड़कन’ (2002-2004) ‘चिडि़याघर’ (2002) ‘महाकुंभ’ (2014) और ‘जाना न दिल से दूर’ (2016-2017) में नजर आए।
विनीत कुमार सिंह ने साल 2016 के 16 वें भारतीय टेलीविजन अकादमी पुरस्कार (आईटीए) में ‘जाना ना दिल से दूर’ के लिए नेगेटिव रोल (जूरी) में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीता।