मक्का को लोग शौक के तौर पर विभिन्न तरह से खाने में प्रयोग में लाते हैं। इसका सेवन भूनकर, उबालकर व इसके आटे की रोटी बनाकर किया जाता है। इसमें वसा, शक्कर व पानी आदि पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। यह एक पौष्टिक व स्वादिष्ट अनाज होने के साथ-साथ कई रोगों का उपचार भी करता है। मक्के की पत्तियों को पीसकर गंजे सिर पर लगाने से लाभ होता है। मासिक धर्म बन्द होने पर मक्के की पत्तियों का अर्क निकाल कर उसमें चीनी मिलाकर सेवन करने से फायदा होता है। मक्के के आटे की रोटी का कुछ दिन लगातार सेवन करने से खून साफ होता हैं। शराब की दुर्गंध से मुक्ति पाने के लिए इसकी पत्तियों को चबाना लाभदायक होता है। इसके आटे को पानी में घोलकर चेहरे पर लगाने से कील मुंहासे दूर होते हैं। इसकी पत्तियों को पीसकर खुजली वाले स्थान लगाने पर लगाने से आराम मिलता है। मक्के के दानों से बने आटे को हाथों पर लगाने से हाथों की दुर्गंध व चिकनाहट दूर होती है। इसके आटे की रोटी के सेवन से कब्ज दूर होती है। मक्के के आटे की रोटी का 5-6 महीने लगातार सेवन करना कोढ़ रोग में लाभप्रद है।