लखनऊ, पांच मार्च (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर डॉक्टर भीमराव आंबेडकर समेत सामाजिक न्याय के लिये संघर्ष करने वाले महापुरुषों का सम्मान नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सत्ता में आने के बाद इन पुरोधाओं को सम्मान दिया।
मुख्यमंत्री ने विधान परिषद में बजट पर चर्चा के दौरान सपा पर तंज करते हुए कहा, ‘‘समाजवादी पार्टी के लोग किस पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) की बात करते हैं? मैं एक बार फिर कहूंगा कि समाजवादी पार्टी ने चार-चार बार सरकार में रहने के बावजूद बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के नाम से एक भी संस्था खड़ी नहीं की। बल्कि उनके नाम पर बनी हुई संस्थाओं से उनका नाम हटाने का काम किया।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘सपा के लोगों ने सामाजिक न्याय के तमाम पुरोधाओं का नाम मिटाने का काम किया… यह लोग संविधान की प्रति लेकर घूमते हैं? यह पीडीए की बात करते हैं? भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डॉक्टर आंबेडकर से जुड़े पंच तीर्थ का निर्माण कराया। लखनऊ में भाजपा की ‘डबल इंजन’ सरकार बाबा साहब भीमराव आंबेडकर का अंतरराष्ट्रीय स्मारक और सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण कर रही है। हम वहां से दलित बच्चों को छात्रवृत्ति की सुविधा देने जा रहे हैं।’’
आदित्यनाथ ने सपा सदस्यों से मुखातिब होते हुए कहा, ‘‘आपकी पीड़ा को हम समझ सकते हैं। आप लोग एक परिवार से बाहर निकल ही नहीं सकते।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ”समाजवादी पार्टी के लोग श्रावस्ती और बहराइच में महाराज सुहेलदेव के नाम पर विजय स्मारक नहीं बनने देते थे। इसे हमारी सरकार ने बनाकर तैयार किया है। वाराणसी में संत रविदास जी की पावन जन्मभूमि में गलियारे का निर्माण हो और उनकी भव्य प्रतिमा लगे, इसमें समाजवादी पार्टी ने हमेशा बाधा खड़ी की। हमारी डबल इंजन सरकार ने इस परियोजना को पूरा कराया।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि लालपुर महर्षि वाल्मीकि की पवन साधना स्थली है और दुनिया का सर्वश्रेष्ठ महाकाव्य देने वाले महर्षि वाल्मीकि जैसे त्रिकालदर्शी ऋषि की साधना स्थली के सौंदर्यीकरण का कार्य समाजवादी पार्टी नहीं होने दे रही थी।