नयी दिल्ली, 31 मार्च (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आठ अप्रैल तक तीन दिन की यात्रा पर ब्रिटेन जाएंगी। यात्रा के दौरान भारत और ब्रिटेन के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) और द्विपक्षीय निवेश संधि से संबंधित मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए कहा कि सीतारमण 10 अप्रैल तक ब्रिटेन में रहेंगी।
सीतारमण लंदन में भारत-ब्रिटेन आर्थिक और वित्तीय वार्ता सहित कई बैठकों में भाग लेंगी।
वह ब्रिटेन की वित्त मंत्री रेचल रीव्स और अन्य ब्रिटिश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठक कर सकती हैं।
अधिकारी ने कहा, ‘‘व्यापार समझौते और द्विपक्षीय निवेश संधि (बीआईटी) से संबंधित मुद्दों पर भी दोनों के बीच चर्चा हो सकती है।’’
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और ब्रिटेन के व्यापार मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स ने 24 फरवरी को दोनों देशों के बीच प्रस्तावित एफटीए के लिए बातचीत फिर से शुरू करने की घोषणा की।
भारत-ब्रिटेन वार्ता आठ महीने से अधिक के अंतराल के बाद फिर से शुरू हो रही है। वार्ता 13 जनवरी, 2022 को शुरू हुई थी। अब तक 14 दौर की वार्ता पूरी हो चुकी है।
दोनों देश तीन अलग-अलग मोर्चों… एफटीए, द्विपक्षीय निवेश संधि (बीआईटी) और दोहरा योगदान सम्मेलन समझौते…पर सक्रिय रूप से बातचीत कर रहे हैं।
द्विपक्षीय निवेश संधि में, दोनों देशों के बीच कई मामलों में गतिरोध बना हुआ है।
व्यापार समझौते में भारत अपने छात्रों और पेशेवरों के लिए ब्रिटेन के बाजार में अधिक पहुंच की उम्मीद कर रहा है। साथ ही कई वस्तुओं के लिए शून्य सीमा शुल्क पर बाजार पहुंच की भी उम्मीद कर रहा है।
दूसरी ओर, ब्रिटेन स्कॉच व्हिस्की, इलेक्ट्रिक वाहन, भेड़ के मांस, चॉकलेट और कुछ ‘कन्फेक्शनरी’ वस्तुओं जैसे सामान पर आयात शुल्क में महत्वपूर्ण कटौती की मांग कर रहा है।
ब्रिटेन बैंक और बीमा सहित दूरसंचार, कानूनी और वित्तीय सेवाओं जैसे क्षेत्रों में भारतीय बाजारों में ब्रिटिश कंपनियों के लिए अधिक अवसरों की भी तलाश कर रहा है।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय प्यापार 2023-24 में 21.34 अरब डॉलर रहा जो 2022-23 में 20.36 अरब डॉलर था। ब्रिटेन भारत का छठा सबसे बड़ा निवेशक है।