भुज (गुजरात), एक मार्च (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुजरात के कच्छ जिले के खादिर बेट द्वीप स्थित सिंधु घाटी सभ्यता से संबंधित प्रमुख पुरातात्विक स्थल धोलावीरा का शुक्रवार को दौरा किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
एक सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया कि यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल और 5,000 साल पुरानी सभ्यता के महानगर के भ्रमण के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू को प्राचीन मानव सभ्यता के चरणबद्ध विकास और नगर नियोजन के बारे में गहन जानकारी दी गई।
इसमें कहा गया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के महानिदेशक यदुबीर सिंह रावत ने उन्हें इस प्राचीन स्थल के बारे में जानकारी दी। यह सबसे अच्छी तरह से संरक्षित शहरी बस्तियों में से एक है, जहां 3000-1500 ईसा पूर्व के बीच लोग रहते थे।
विज्ञप्ति में कहा गया कि राष्ट्रपति मुर्मू को हड़प्पा संस्कृति, आवास, तत्कालीन जल संग्रहण की नीति एवं निपटान प्रणालियों तथा प्राचीन महानगर की विशाल दीवारों के बारे में बताया गया।
इसमें कहा गया, ‘‘वह प्राचीन मनका बनाने वाले कारखानों, सुनियोजित बावड़ी, ऊपरी शहर, मध्य शहर और निचले शहर आदि को देखकर अभिभूत हो गईं।’’
विज्ञप्ति में कहा गया कि राष्ट्रपति मुर्मू को धोलावीरा स्थल की खुदाई के दौरान मिली विभिन्न कलाकृतियां, मिट्टी के बर्तनों के अवशेष, विभिन्न तांबे की वस्तुएं, तौलने के उपकरण और पत्थर के आभूषण दिखाए गए।
मुर्मू ने यात्रा के अंत में धोलावीरा स्थल के परिसर में पौधारोपण भी किया।
इस मौके पर गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, कच्छ के प्रभारी मंत्री प्रफुल पनशेरिया, कच्छ के जिलाधिकारी अमित अरोड़ा और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।