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गंगटोक, 15 मार्च (भाषा) अतिभारित (ओवरलोड) ट्रकों की बेरोकटोक आवाजाही से उत्तरी सिक्किम में पिछले दो महीनों में चार पुल या तो ढह गए हैं या बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। परियोजना ‘स्वास्तिक’ की ओर से शनिवार को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गयी।

सिक्किम के सीमावर्ती क्षेत्रों, विशेषकर उत्तरी सिक्किम में बुनियादी ढांचे और संपर्क को बढ़ाने के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा स्वास्तिक परियोजना शुरू की गई है।

विज्ञप्ति में कहा गया, “अतिभारित ट्रकों की बेरोकटोक आवाजाही के कारण हाल के महीनों में उत्तरी सिक्किम में चार महत्वपूर्ण पुल गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं या ढह गए हैं।”

बयान के अनुसार, चार जनवरी को लाचुंग को कटाओ से जोड़ने वाला 200 फुट लंबा बेली पुल ट्रकों की अनियंत्रित आवाजाही के कारण ढह गया था।

सांकलांग में 11 फरवरी को तीस्ता नदी पर बना 180 फुट लंबा बेली पुल ढह गया।

डिकचू-सांकलांग सड़क पर बना पुराना फेचू पुल 20 फरवरी को ध्वस्त हो गया था, जबकि 15 मार्च को फिदांग में 320 फुट लंबा बेली सस्पेंशन पुल अनियंत्रित अतिभारित ट्रकों की आवाजाही के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था।

बयान में कहा गया कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, परियोजना स्वास्तिक ने अपने तकनीकी दल को जल्द से जल्द फिदांग पुल की मरम्मत के लिए तैनात कर दिया है। कुछ दिनों में सामान्य यातायात बहाल होने की संभावना है।

इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी सिक्किम में शनिवार सुबह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए फिदांग बेली ब्रिज की मरम्मत कर दी गई है और हल्के वाहनों की आवाजाही बहाल कर दी गई है।

अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद मंगन पुलिस स्टेशन ने ट्रक चालक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 281, सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण (पीडीपीपी) अधिनियम की धारा 3 और मोटर वाहन अधिनियम की धारा 184 के तहत मामला दर्ज किया है।

उन्होंने बताया कि जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स (जीआरईएफ) अधिकारियों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है और जांच चल रही है।

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