गोरखपुर, सात मार्च (भाषा) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को महान स्वतंत्रता सेनानी और उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री, ‘भारत रत्न’ पंडित गोविंद बल्लभ पंत की पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पंडित गोविंद बल्लभ पंत देश के स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे, जिन्होंने एक उत्कृष्ट अधिवक्ता, कुशल राजनेता और प्रशासक के रूप में अपनी अमिट छाप छोड़ी।
एक बयान के मुताबिक, गोरखपुर विश्वविद्यालय के पंत पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित पंत संविधान सभा के सम्मानित सदस्य थे और देश की आजादी के बाद से 1954 तक उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में राज्य की व्यवस्था को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आदित्यनाथ ने कहा ‘‘इसके बाद वे देश के गृह मंत्री बने। हिंदी को राजभाषा के रूप में स्थापित करने का श्रेय भी उन्हें जाता है। उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 1957 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय की आधारशिला स्वयं पंडित गोविंद बल्लभ पंत ने रखी थी और सात मार्च 1961 को वह इस दुनिया को अलविदा कह गए। उन्होंने कहा कि आज उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर हम उनके स्मृतियों को नमन करते हुए प्रदेशवासियों की तरफ से उनके प्रति अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
इस अवसर पर सांसद रवि किशन, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधान परिषद सदस्य व भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह, महेंद्र पाल सिंह, प्रदीप शुक्ल, गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टण्डन और भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता समेत विभिन्न गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।