भुवनेश्वर, 24 मार्च (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओडिशा के नयागढ़ जिले में श्री नीलमाधव मंदिर में सोमवार को पूजा-अर्चना की।
राष्ट्रपति के साथ ओडिशा के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति और मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी भी मौजूद थे।
श्री नीलमाधव मंदिर महानदी के तट पर कांतिलो में स्थित है।
मंदिर के पुजारी ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति ने आरती की। वह प्रसिद्ध भगवान विष्णु मंदिर में पूजा-अर्चना कर के प्रसन्न थीं।’’
उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत में पहली बार किसी राष्ट्रपति ने इस मंदिर में पूजा-अर्चना की है।
श्री नीलमाधव मंदिर दो पहाड़ियों के पास स्थित है और घने जंगलों से घिरा हुआ है। प्राचीन काल में सबर जनजाति श्री नीलमाधव की पूजा करती थी।
श्री जगन्नाथ संस्कृति के शोधकर्ता भास्कर मिश्रा के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि भगवान जगन्नाथ की मूर्ति के निर्माण और पुरी मंदिर में स्थापित होने से पहले भगवान विष्णु को मूल रूप से श्री नीलमाधव के रूप में पूजा जाता था।
इससे पहले, बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति मुर्मू का स्वागत किया था।
मुर्मू इसके बाद सबर राजा बिस्वबासु के गांव कालियापल्ली गईं, जहां उन्होंने उनकी (सबर राजा बिस्वबासु) प्रतिमा का अनावरण किया। वह कालियापल्ली में भारतीय विश्वबासु सबर समाज के स्थापना दिवस समारोह में भी शामिल हो सकती हैं।
राष्ट्रपति के कार्यक्रम के अनुसार, वह भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर वापस आएंगी और राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगी।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति मुर्मू मंगलवार सुबह 9:20 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगी।