
हिसार, 31 मार्च (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले एक दशक में पूरे देश में स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाकर भारत के स्वास्थ्य ढांचे को ऊपर उठाया है।
शाह ने कहा कि प्राथमिक से लेकर उच्चतर स्तर तक स्वास्थ्य ढांचे में सुधार किया गया है। वह यहां अग्रोहा स्थित महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज परिसर में महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर उन्होंने नवनिर्मित गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) का उद्घाटन किया और स्नातकोत्तर छात्रावास की आधारशिला रखी। शाह ने विभिन्न क्षेत्रों में मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की कई पहल पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है। शाह ने कहा कि गरीबों के लिए चार करोड़ घर बनाए गए हैं, जिससे 20 करोड़ लोगों को आश्रय मिला है।
उन्होंने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 81 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराने तथा स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रत्येक घर में शौचालय उपलब्ध कराने के केंद्र सरकार के फैसले पर भी चर्चा की।
शाह ने कहा, ‘‘2014 तक इस देश में 12 करोड़ परिवारों के पास शौचालय नहीं थे। कल्पना कीजिए कि शौचालय विहीन परिवारों में लड़कियों की क्या स्थिति थी।’’
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने चिकित्सा ढांचे को बेहतर बनाने के लिए बहुत काम किया है। गृह मंत्री ने कहा, ‘‘2013-14 में भारत सरकार का स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बजट 37,000 करोड़ रुपये था और 2025-26 में यह 1.37 लाख करोड़ रुपये है।’’
शाह ने कहा कि जब नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे, तब देश में सात अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) थे, जिनमें से छह अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान स्थापित किए गए थे। अब, 23 एम्स हैं। मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 से बढ़कर 766 हो गई है। एमबीबीएस सीटों की संख्या 51,000 से बढ़कर 1.15 लाख हो गई है, अगले पांच सालों में 85,000 अतिरिक्त सीटें जोड़ने की योजना है।
उन्होंने कहा कि पहले पीजी की 31,000 सीटें थीं, जो अब बढ़कर 73,000 हो गई हैं। उन्होंने कहा कि एमबीबीएस सीटों में वृद्धि के अनुपात में पीजी सीटों में भी वृद्धि होगी।
शाह ने कहा कि देश के 750 जिलों में 766 अस्पताल हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह हर भाजपा शासित राज्य का संकल्प है कि हर जिले में कम से कम एक अस्पताल होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि अगले पांच वर्षों में देश में ऐसा कोई जिला नहीं होगा जहां मुफ्त चिकित्सा उपचार देने वाला मेडिकल कॉलेज और अस्पताल न हो।’’
गृह मंत्री ने पिछली कांग्रेस सरकारों का हवाला देते हुए कहा कि हरियाणा सरकारी नौकरियों में भ्रष्टाचार के लिए बदनाम था। उन्होंने कहा कि जातिवाद के कारण एक सरकार आती थी और एक क्षेत्र के लोगों को नौकरी मिलती थी, और जब दूसरी सरकार आती थी तो दूसरे क्षेत्र के लोगों को नौकरी मिलती थी।
उन्होंने पिछली सरकारों के दौरान नौकरियों में ‘भ्रष्टाचार’ पर जोर देते हुए कहा, ‘‘बिना रिश्वत के किसी को नौकरी नहीं मिलती थी।’’ उन्होंने कहा कि नौकरी के लिए खर्ची’ (रिश्वत) और ‘पर्ची’ (पक्षपात) दोनों की जरूरत होती थी।
शाह ने कहा कि बिना ‘खर्ची-पर्ची’ के भाजपा नीत सरकार ने सरकारी नौकरियां देकर साबित कर दिया कि लोकतंत्र में जाति के आधार पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 10 साल में हरियाणा के खिलाड़ियों ने तीन गुना ज़्यादा पदक जीते हैं। उन्होंने कहा कि छोटा राज्य होने के बावजूद हरियाणा बासमती चावल का सबसे बड़ा उत्पादक है। उन्होंने कहा कि सेना में हर 10वां व्यक्ति हरियाणा से है।
शाह ने जब बताया कि हरियाणा में 14 फसलें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदी जाती हैं, तो मुख्यमंत्री नायब सैनी ने उन्हें सही करते हुए कहा कि 24 फसलें एमएसपी पर खरीदी जाती हैं। शाह ने कहा, ‘‘सैनी जी बहुत जानकार हैं। पहले 14 फसलें होती थीं, और अब फसलों की संख्या 24 हो गई है, इसके लिए सैनी जी की सराहना करनी चाहिए।’’
गृह मंत्री ने पिछले 10 सालों में राज्य में भाजपा सरकार की कई अन्य पहल का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘‘जब आप सैनी जी को देखेंगे तो आपको वह शांत, हंसमुख और साथ ही कठोर प्रशासक नजर आएंगे। प्रशासन पर उनका पूरा नियंत्रण है।’’
पिछले साल हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले सैनी के घर पर हुई मुलाकात के बारे में शाह ने बताया कि इस मुलाकात में कुछ फैसले लिए गए थे।
इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, प्रदेश भाजपा प्रमुख मोहन लाल बडोली, राज्य की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव, मंत्री रणबीर सिंह गंगवा, कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल, जिंदल समूह की मानद अध्यक्ष और हिसार से निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल, पूर्व राज्यसभा सदस्य डी पी वत्स और अन्य उपस्थित थे।
इससे पहले, अपने भाषण में शाह ने भौगोलिक दृष्टि से छोटा राज्य होने के बावजूद कई क्षेत्रों में हरियाणा के योगदान की सराहना की।
उन्होंने सिख गुरु अंगद देव जी की जयंती पर लोगों को शुभकामनाएं भी दीं। शाह ने कहा कि सिख गुरुओं ने मानवता और देश के लिए अद्वितीय बलिदान दिए हैं।
शाह ने महाराजा अग्रसेन का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने सुशासन के लिए कई सिद्धांत दिए और उनके शासन के दौरान लोग समृद्ध थे। उन्होंने उद्यमिता के लिए अग्रवाल समुदाय की तारीफ करते हुए कहा कि इसका हर व्यक्ति देश के लिए समर्पित है और विकास में योगदान दे रहा है।