पलक्कड़ (केरल), 22 मार्च (भाषा) ‘मेट्रोमैन’ के नाम से विख्यात ई श्रीधरन ने शनिवार को कहा कि केरल सरकार की महत्वाकांक्षी रेल परियोजना ‘सिल्वरलाइन’ साकार नहीं हो पाएगी, क्योंकि केंद्र इसके पक्ष में नहीं है।
श्रीधरन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने एक वैकल्पिक अर्ध उच्चगति वाली रेल परियोजना का प्रस्ताव रखा है, जिसकी केरल सरकार और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन दोनों ने सराहना की।
उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री और सरकार वैकल्पिक प्रस्ताव से संतुष्ट थे, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया, क्योंकि ऐसा करने के लिए उन्हें सिल्वरलाइन परियोजना को छोड़नी पड़ती, जिसके राजनीतिक नतीजे हो सकते थे।
श्रीधरन ने जोर देकर कहा कि राज्य में उनके प्रस्ताव को लागू करने की बेहतर संभावना है, क्योंकि इससे पर्यावरण को कम नुकसान होगा, न्यूनतम सार्वजनिक प्रतिरोध होगा और भूमि अधिग्रहण की चुनौतियां भी कम होंगी।
उन्होंने कहा कि वैकल्पिक परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए, राज्य सरकार को पहले अपनी महत्वाकांक्षी सिल्वरलाइन परियोजना को छोड़ना होगा।
उन्होंने कहा, ”वित्तीय बाधाओं सहित विभिन्न कारणों से दोनों परियोजनाएं एक साथ नहीं चल सकती हैं।”
श्रीधरन ने यह भी कहा कि रेल परियोजना को राज्य सरकार की परियोजना के बजाय केंद्र सरकार की पहल के रूप में शुरू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा करने पर ही जरूरी धनराशि मिलेगी और काम तेजी से आगे बढ़ेगा।
श्रीधरन के अनुसार, प्रस्तावित परियोजना में राज्य सरकार की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। अगर राज्य सरकार उनके वैकल्पिक प्रस्ताव को मंजूरी दे देती है, तो केंद्र की मंजूरी के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी।