कहते है कि हमेशा ओम का जाप करते रहने से हमारे जीवन में अध्यात्म का विकास होता है और हमें असीम शांति मिलती हैं इसलिए व्यक्ति को सदैव ओम का नाम लेते रहना चाहिए। साथ ही इसके कई स्वास्थ्य संबंधी लाभ भी होते है। तो चलिए जानते हैं ओम का नियमित अभ्यास करने से मिलने वाले कुछ अद्भुत फायदों के बारे में- विशेषज्ञ के अनुसार रोजाना ओम का उच्चारण करने से ह्रदय और रक्त के प्रभाव को संतुलित रखा जा सकता है और तन-मन के बीच में संतुलन बनाए रखने में भी बड़ी आसानी होती है। परिणामस्वरूप पूरा तन तनाव रहित हो जाता है। यदि आपको बहुत जल्दी घबराहट होने या गुस्सा आने की बीमारी है तो ‘ऊँ‘ के उच्चारण से बेहतर कोई और विकल्प नहीं हो सकता है क्योंकि इस दौरान हरेक डाक्टर दवा के रूप में केवल ओम का उच्चारण करने की ही नेक सलाह देता हैं। आयुर्वेद के मुताबिक हमेशा ओम का अभ्यास करते रहने से डाइजेशन अच्छी होती है और सारा दिन शरीर सक्रिय बना रहता है। अनेक चिकित्सकों के मतानुसार‘ ऊँ ‘ बोलने से कंपन पैदा होती है । इस कंपन से रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है और इसकी क्षमता बढ़ जाती है। माना जाता है कि थकान से बचने के लिए ओम के बोलने से बढि़या दवा कोई और नहीं हो सकती। कहते है कि अगर आपको अक्सर देर रात तक नींद न आने की समस्या होती है तो रेगुलर निरंतर कुछ देर तक ओम का उच्चारण करें तो इससे आपकी समस्या का समाधान मिल जायेगा। ऐसा कहा जाता है कि आंखें बंद करके अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करते हुए यदि हम ओम का उच्चारण करते है तो इससे गले में कंपन पैदा होती है, जो थायराइड ग्रंथि पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है।