नयी दिल्ली, एक मार्च (भाषा) प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने शनिवार को कहा कि अमेरिका से जवाबी शुल्क के खतरे को सकारात्मक रूप में बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर भारत इसका लाभ उठाकर अमेरिका को जवाबी शुल्क कटौती के लिए तैयार कर ले, तो ऐसा किया जा सकता है।
उन्होंने हालांकि आगाह किया कि अगर इसका नतीजा शुल्क युद्ध के रूप में सामने आता है, तो इसका दुर्भाग्यपूर्ण परिणाम होगा। शु्ल्क युद्ध एक ऐसी स्थिति होगी, जहां अमेरिका भारत पर शुल्क लगाएगा और भारत शुल्क बढ़ाकर जवाबी कार्रवाई करेगा।
पनगढ़िया ने कहा, ”हमारे पास सबके फायदे वाली सौदेबाजी करने का बहुत अच्छा अवसर है। इसलिए हम वास्तव में इसे सबकी जीत वाली स्थिति में बदल सकते हैं। अब जब पारस्परिक शुल्क का खतरा आ रहा है, तो फायदेमंद यह होगा कि हम इस प्रक्रिया में अमेरिका को भी जवाबी शुल्क कटौती के लिए बाध्य करें।”
उन्होंने कहा कि ऐसा करके हम अमेरिकी बाजार तक बेहतर पहुंच हासिल कर सकते हैं।
पनगढ़िया इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि अगले 3-4 वर्षों में अमेरिकी शुल्क अस्थिरता का भारत पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई बार कहा है कि अमेरिका भारत के खिलाफ जवाबी शुल्क लगाएगा।