नयी दिल्ली, पांच मार्च (भाषा) दिल्ली के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश वर्मा ने बुधवार को नाव से यमुना का निरीक्षण किया और कहा कि पिछले 10 दिनों में नदी से 1,300 टन कचरा निकाला गया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हाल में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनावों में यमुना की सफाई का वादा किया था।
वर्मा ने कहा, “2023 में दिल्ली को बाढ़ का सामना करना पड़ा। पहले सभी जलद्वार बंद कर दिए गए थे, लेकिन अब भविष्य में बाढ़ को रोकने के लिए उनकी मरम्मत कर दी गई है और उन्हें ऊंचा कर दिया गया है।”
मंत्री ने कहा, “ हमारी सबसे बड़ी प्रतिबद्धता यमुना को पूरी तरह से साफ करना और बहाल करना है। पिछले 10 दिनों में 1,300 टन कचरा निकाला जा चुका है। दिल्ली विकास प्राधिकरण नदी के तल को बहाल करेगा और अतिक्रमण हटाया जा रहा है।”
उन्होंने यह भी कहा कि नदी में अपशिष्ट जल गिराने वाले 18 प्रमुख नालों के लिए सीवेज उपचार संयंत्र (एसटीपी) स्थापित किए जाएंगे।
वर्मा ने कहा, “शिकायतों का समाधान किया जाएगा, नए एसटीपी स्थापित किए जाएंगे और मौजूदा एसटीपी की क्षमता बढ़ाई जाएगी। सभी एसटीपी दो साल के भीतर स्थापित होने की उम्मीद है।”
उन्होंने दावा किया कि पिछले दशक में नदी की सफाई के लिए कोई महत्वपूर्ण काम नहीं किया गया, यहां तक कि “कागज़ों पर भी कुछ नहीं” किया गया।
वर्मा ने कहा, “पिछली सरकार के मन में यमुना के लिए काम करने का विचार भी नहीं आया। लेकिन अब, न केवल दिल्ली सरकार बल्कि खुद प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) भी इसमें शामिल है।”