यदि बातचीत की जाए तो समाधान दूर नहीं हो सकता है: न्यायमूर्ति गवई ने मणिपुर हिंसा पर कहा

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इंफाल, 23 ​​मार्च (भाषा) उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी आर गवई ने रविवार को कहा कि सभी समस्याएं संवैधानिक तरीकों से हल की जा सकती हैं तथा जब बातचीत होती है तो समाधान तक पहुंचा जा ही सकता है।

न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल को पता चला है कि जातीय संघर्ष से ग्रस्त इस राज्य में हर कोई शांति बहाली चाहता है और किसी को भी वर्तमान स्थिति के जारी रहने में रुचि नहीं है।

वह शनिवार को मणिपुर की दो दिवसीय यात्रा पर आये उच्चतम न्यायालय के पांच न्यायाधीशों के दल के अगुवा हैं।

मणिपुर उच्च न्यायालय की स्थापना की 12वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए न्यायमूर्ति गवई ने कहा, ‘‘संवैधानिक तरीकों से हर चीज का समाधान किया जा सकता है। अगर बातचीत होगी तो समाधान दूर नहीं होगा। राहत शिविरों में रह रहे लोग अपने घर लौटना चाहते हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि राज्यपाल के प्रयासों से मणिपुर में जल्द ही शांति और सामान्य स्थिति बहाल होगी।’’

न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के लिए उस राज्य का दौरा करना बहुत खुशी की बात है, जहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आजाद हिन्द फौज ने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी थी और जहां 1944 में पहली बार भारतीय ध्वज फहराया गया था।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी यात्रा न केवल देश के सबसे सम्मानित राष्ट्रीय नायकों में से एक को श्रद्धांजलि देने के लिए थी, बल्कि देश की सबसे खूबसूरत भूमि में से एक की यात्रा करने के लिए भी थी।’’

उन्होंने कहा,‘‘…जैसे महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश या जम्मू और कश्मीर भारत का हिस्सा हैं, वैसे ही मणिपुर और अन्य सात बहनें (पूर्वोत्तर के अन्य राज्य) भी इस देश का हिस्सा हैं। हम देश की एकता के लिए प्रयास करते हैं।’’

न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि उन्होंने और उनके सहयोगियों ने फैसला किया था कि मणिपुर की अपनी यात्रा के दौरान वे उन लोगों से बातचीत करेंगे जो पिछले दो वर्षों से संघर्ष के कारण पीड़ित हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने चुराचांदपुर और बिष्णुपुर में राहत शिविरों का दौरा किया और दोनों समुदायों के लोगों से बातचीत की। एक बात जो हम समझ पाए वह यह है कि हर कोई शांति की बहाली चाहता है। किसी को भी मौजूदा स्थिति के जारी रहने में दिलचस्पी नहीं है। हम सभी संवैधानिक तरीकों से राज्य में सामान्य स्थिति वापस लाने के लिए एकजुट होकर काम कर सकते हैं।’’

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