नयी दिल्ली, 25 मार्च (भाषा) केंद्रीय सड़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि देश में सालाना करीब पांच लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं और इस वजह से भारत को हर साल सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का तीन प्रतिशत नुकसान हो रहा है।
सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी में अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स इन इंडिया (एएमसीएचएएम) के एक कार्यक्रम में यह बात कही।
गडकरी ने ‘सड़क सुरक्षा के लिए प्रौद्योगिकी हस्तक्षेप: अमेरिका-भारत साझेदारी’ शीर्षक वाले कार्यक्रम में कहा कि देश के लिए सबसे महत्वपूर्ण समस्या सड़क दुर्घटनाएं हैं। उन्होंने कहा कि भारत में हर साल 4,80,000 दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें 18 से 45 वर्ष की आयु के 1.88 लाख लोग मारे जाते हैं।
मंत्री ने चिंता जताते हुए कहा कि 10,000 मौतें 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की होती हैं।
गडकरी ने कहा, ‘‘यह प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दों में एक है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम सड़क दुर्घटनाओं के कारण जीडीपी का तीन प्रतिशत हिस्सा खो रहे हैं।’’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में खराब विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) भी एक है।
उन्होंने कहा, ‘‘डीपीआर सलाहकार सड़क दुर्घटनाओं के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं। कभी-कभी लागत बचाने, अन्य विभिन्न कारणों और गैर-गंभीर नजरिये के कारण ऐसा होता है।’’
गडकरी ने कहा कि जो भी सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद करेगा, सरकार ने उसे 25,000 रुपये का पुरस्कार देने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई व्यक्ति दुर्घटना के बाद किसी अस्पताल में भर्ती होता है… तो हम उसे इलाज के लिए अधिकतम 1.5 लाख रुपये या सात साल तक इलाज का खर्च दे सकते हैं।’’