बिकवाली दबाव से शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 112 अंक टूटा, निफ्टी नौवें दिन नुकसान में

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मुंबई, तीन मार्च (भाषा) उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सोमवार को शेयर बाजार में गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 112 अंक के नुकसान में रहा। विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली जारी रहने के बीच बाजार में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली कंपनियों एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज में बिकवाली दबाव से बाजार नीचे आया।

तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स में लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही और यह 112.16 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 73,085.94 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, यह ऊंचे में 73,649.72 अंक तक गया और नीचे में 72,784.54 अंक तक आया।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में लगातार नौवें कारोबारी सत्र में गिरावट रही और यह 5.40 अंक यानी 0.02 प्रतिशत के मामूली नुकसान के साथ 22,119.30 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 120 अंक तक टूट गया था।

सेंसेक्स के शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी बैंक, अदाणी पोर्ट्स, मारुति, सुजुकी इंडिया, एक्सिस बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, सन फार्मास्युटिकल्स और एशियन पेंट्स प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।

रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर सबसे अधिक 2.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,171.10 रुपये पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 3.63 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52 सप्ताह के निचले स्तर 1,156 रुपये पर आ गया था।

दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में अल्ट्राटेक सीमेंट, भारती एयरटेल, एनटीपीसी, इन्फोसिस, बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, लार्सन एंड टुब्रो और भारतीय स्टेट बैंक शामिल हैं।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बाजार कारोबार के दौरान निचले स्तर से धीरे-धीरे ऊपर आया। इसका कारण आर्थिक वृद्धि के आंकड़े हैं। खपत व्यय बढ़ने और कृषि क्षेत्र में वृद्धि से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। शेयर मूल्यांकन अब ऐसे बिंदु पर पहुंच रही है, जहां बाजार में गिरावट काफी आ चुकी है और शेयर मूल्य कम मूल्यांकन के स्तर पर आ सकता है। ऐसे में घरेलू संकेतक बाजार में सुधार के संकेत देते हैं।’’

रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि वैश्विक अनिश्चितताएं और सतत पूंजी निकासी बाजार प्रतिभागियों को सतर्क रखे हुए है।

छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.70 प्रतिशत नीचे आया। हालांकि, मझोली कंपनियों से संबंधित सूचकांक 0.25 प्रतिशत चढ़ा।

बीएसई में 2,852 शेयरों में गिरावट रही जबकि 1,235 शेयर लाभ में रहे। 147 शेयरों के भाव में कोई बदलाव नहीं आया।

इस बीच, एक मासिक सर्वेक्षण में सोमवार को कहा गया कि नये ठेके और उत्पादन में कम वृद्धि के बीच फरवरी में भारत के विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर 14 महीने के निचले स्तर पर आ गई।

मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी भारत विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) फरवरी में 56.3 अंक पर रहा, जो जनवरी के 57.7 अंक से कम है। हालांकि, विनिर्माण पीएमआई ‘विस्तारकारी’ क्षेत्र में बना हुआ है।

पीएमआई की भाषा में 50 से ऊपर अंक विस्तार को दर्शाता है, जबकि 50 से नीचे का अंक गतिविधियों में संकुचन का संकेत है।

एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहा। दक्षिण कोरिया का बाजार अवकाश के कारण बंद था।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख था। जबकि अमेरिकी बाजारों में शुक्रवार को तेजी रही थी।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.58 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72.39 डॉलर प्रति बैरल रहा।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 11,639.02 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।

बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को 1,414.33 अंक लुढ़का था, जबकि एनएसई निफ्टी में 420.35 अंक की गिरावट आई थी।

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