नयी दिल्ली, तीन मार्च (भाषा) रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि भारतीय वायुसेना की वांछित क्षमता वृद्धि के संबंध में एक अधिकार प्राप्त समिति ने ‘‘प्राथमिकता वाले प्रमुख क्षेत्रों’’ की पहचान की है और छोटी, मध्यम तथा दीर्घ अवधि में कार्यान्वयन के लिए सिफारिशें की हैं।
रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने वायुसेना की क्षमता वृद्धि के लिए अधिकार प्राप्त समिति की रिपोर्ट रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को प्रस्तुत की।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘समिति ने छोटी, मध्यम और दीर्घ अवधि में कार्यान्वयन के लिए क्षेत्र की पहचान कर सिफारिशें की हैं, ताकि भारतीय वायु सेना के वांछित क्षमता संवर्धन लक्ष्यों को अधिकतम तरीके से प्राप्त किया जा सके।’’
इस रिपोर्ट में एयरोस्पेस क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र को सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रम (डीपीएसयू) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के प्रयासों का पूरक बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने समिति के कार्य की सराहना की है और निर्देश दिया है कि सिफारिशों का समयबद्ध तरीके से पालन किया जाए।
रक्षा मंत्री के निर्देश पर इस समिति का गठन सभी मुद्दों की समग्र जांच करने तथा एक स्पष्ट कार्य योजना तैयार करने के उद्देश्य से किया गया था।