हैदराबाद, 20 मार्च (भाषा) तेलंगाना के पर्यटन मंत्री जुपल्ली कृष्णा राव ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि 72वीं मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का आयोजन 10 मई से 31 मई तक तेलंगाना के विभिन्न सांस्कृतिक महत्व वाले स्थानों में किया जाएगा। इस आयोजन पर 54 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान है।
मंत्री ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि इस खर्च को तेलंगाना पर्यटन विभाग और मिस वर्ल्ड लिमिटेड साझा करेंगे।
उन्होंने कहा, “तेलंगाना की ओर से दिए जाने वाले 27 करोड़ रुपये मुख्य रूप से प्रायोजकों (स्पॉन्सरशिप) के माध्यम से आएंगे।”
मीडिया खबरों में दावा किया गया है कि इस आयोजन की कुल लागत करीब 200 करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है जिसे लेकर विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने राज्य के 71,000 करोड़ रुपये के राजस्व घाटे के बीच इस तरह की बड़ी धनराशि एक सौंदर्य प्रतियोगिता पर खर्च करने को लेकर आलोचना की है।
राव ने दक्षिण कोरिया की लोकप्रिय टेलीविजन श्रृंखला ‘स्क्विड गेम’ और विश्व प्रसिद्ध बैंड ‘बीटीएस’ का उदाहरण देते हुए कहा कि दक्षिण कोरिया ने अपने सांस्कृतिक संसाधनों का लाभ उठाकर अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है।
उन्होंने कहा, ” ‘जुरासिक पार्क’ फ्रेंचाइज़ी ने अकेले 1.5 करोड़ ‘होंडा कारों’ की बिक्री से अधिक राजस्व उत्पन्न किया है जो यह दर्शाता है कि सांस्कृतिक निर्यात किस तरह से आर्थिक परिणामों को प्रभावित कर सकता है।”
मंत्री ने विपक्ष के “गलत वित्तीय प्राथमिकताओं” के आरोपों को खारिज करते हुए आश्वासन दिया कि मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता तेलंगाना की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगी।
राव ने तेलंगाना की बढ़ती सांस्कृतिक पहचान पर भी जोर दिया और कहा कि राज्य के त्योहारों और परंपराओं को लेकर वैश्विक रुचि लगातार बढ़ रही है
उन्होंने कहा, “तेलंगाना में मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का आयोजन केवल प्रतिष्ठा का विषय नहीं है। यह दुनिया भर की महिलाओं को सम्मानित करने और उनके सपनों, संघर्षों और उपलब्धियों को पहचानने का अवसर है।”
इस मौके पर मौजूदा मिस वर्ल्ड क्रिस्टिना पिस्जकोवा ने कहा कि उन्होंने भारत में, मुंबई और नयी दिल्ली से अपनी मिस वर्ल्ड बनने की यात्रा शुरू की थी और इसे फिर से भारत में समाप्त करना उनके लिए एक यादगार अनुभव होगा।
पिस्जकोवा ने कहा, “मैं कहना चाहूंगी कि भारत की विविधता इसकी सबसे बड़ी ताकत है। आपकी शक्ति इस एकता की भावना में निहित है और पूरी दुनिया इससे सीख सकती है।”
तेलंगाना की पर्यटन सचिव स्मिता सभरवाल ने कहा कि भारत का सबसे नया राज्य तेलंगाना, अब देश के सबसे समृद्ध और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्यों में से एक बन चुका है।
उन्होंने कहा, “यह आयोजन तेलंगाना के ऐतिहासिक और स्थापत्य महत्व को भी उजागर करेगा जिसमें यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त रामप्पा मंदिर, भव्य चारमीनार और गोलकुंडा किला शामिल हैं।”