नयी दिल्ली, 27 मार्च (भाषा) देश के सात प्रमुख शहरों में ऊंची कीमतों और वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच जनवरी-मार्च अवधि में मकानों की बिक्री सालाना आधार पर 28 प्रतिशत घटकर 93,280 इकाई रहने का अनुमान है।
रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक ने कहा, ‘‘ आवास कीमतों में आसमान छूती तेजी और भू-राजनीतिक स्थिति प्रतिकूल होने की वजह से 2025 की पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) में भारतीय आवास बाजार की रफ्तार धीमी हो गई है।’’
आंकड़ों के अनुसार, जनवरी-मार्च, 2025 में घरों की कुल बिक्री 93,280 इकाई रहने का अनुमान है, जो एक साल पहले की समान अवधि के 1,30,170 इकाई के आंकड़े से 28 प्रतिशत कम है।
देश के सात प्रमुख शहरों में से दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में मकानों की बिक्री जनवरी-फरवरी में सालाना आधार पर 28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 93,280 इकाई होने का अनुमान है। वहीं मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में आवासीय संपत्तियों की बिक्री 26 प्रतिशत घटकर 31,610 इकाई, बेंगलुरु में 16 प्रतिशत घटकर 15,000 इकाई, पुणे में 30 प्रतिशत घटकर 16,100 इकाई, हैदराबाद में 49 प्रतिशत घटकर 10,100 इकाई और चेन्नई में 26 प्रतिशत घटकर 4,050 इकाई और कोलकाता में आवासीय संपत्तियों की बिक्री के 31 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,900 इकाई रहने का अनुमान है।
एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, ‘‘ भारत का समग्र आर्थिक परिदृश्य सकारात्मक बना हुआ है। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक रहने का अनुमान है और मुद्रास्फीति भी नियंत्रण में है।’’
पुरी ने कहा, ‘‘ हालांकि, घरों की बढ़ती कीमतें और मौजूदा भू-राजनीतिक तनाव तथा कमजोर वैश्विक अर्थव्यवस्था जैसी चुनौतियों ने भारत के आवास बाजार की गतिविधियों पर असर डाला है। इन कारकों का असर 2025 की पहली तिमाही में भी देखने को मिलेगा।’’