नयी दिल्ली, चार फरवरी (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार पर लगाए गए आरोपों के बाद निर्वाचन आयोग (ईसी) ने पलटवार करते हुए मंगलवार को कहा कि ईसी तीन सदस्यीय निकाय है जिसने दिल्ली विधानसभा चुनाव में चुनाव प्राधिकरण को बदनाम करने के लिए ‘‘जानबूझकर बार-बार दबाव बनाए जाने की रणनीति’’ का सामूहिक रूप से संज्ञान लिया है।
आयोग ने कहा कि ऐसी धारणा बनाई जा रही है कि निर्वाचन आयोग एक सदस्यीय निकाय है।
निर्वाचन आयोग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि उसने संवैधानिक संयम बरतने, ऐसे आरोपों को समझदारी दिखाते हुए धैर्यपूर्वक झेलने तथा ऐसे आक्षेपों से प्रभावित न होने का निर्णय लिया है।
‘आप’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के शीर्ष नेताओं ने दावा किया है कि निर्वाचन आयोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा चुनाव आचार संहिता के कथित उल्लंघन को नजरअंदाज कर रहा है।
केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि कुमार सेवानिवृत्ति के बाद पद पाने की चाह में भाजपा के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
कुमार 65 वर्ष की आयु होने पर 18 फरवरी को पद से सेवानिवृत्त होंगे। ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू अन्य निर्वाचन आयुक्त हैं।
चुनाव प्राधिकरण ने कहा, ‘‘तीन सदस्यीय आयोग ने दिल्ली चुनावों में ईसीआई को बदनाम करने के लिए जानबूझकर बार-बार दबाव बनाए जाने की रणनीति का सामूहिक रूप से संज्ञान लिया है। (ऐसी धारणा बनाने की कोशिश की जा रही है) जैसे कि यह एक सदस्यीय निकाय हो। आयोग ने इस तरह के आरोपों के खिलाफ संवैधानिक संयम बरतने, उन्हें समझदारी से एवं धैर्यपूर्वक झेलने और इस प्रकार के आक्षेपों से प्रभावित न होने का निर्णय लिया है।’’
दिल्ली में विधानसभा चुनाव के तहत बुधवार को मतदान होगा, जहां ‘आप’ सत्ता बरकरार रखना चाहती है और भाजपा उससे सत्ता छीनने की कोशिश में जुटी है। मतों की गिनती आठ फरवरी को होगी।