शिवमोगा, तीन फरवरी (भाषा) भाजपा की कर्नाटक इकाई के भीतर गुटबाजी के बीच प्रदेश भाजपा प्रमुख बी वाई विजयेंद्र अपने पद पर बने रहने को लेकर सोमवार को आश्वस्त नजर आए।
उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि आंतरिक मतभेदों के कारण पार्टी को काफी ‘‘नुकसान’’ हुआ है।
विजयेंद्र की टिप्पणी ऐसे समय आई जब बीजापुर शहर से विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल और गोकक से विधायक रमेश जारकीहोली के नेतृत्व में पार्टी का एक गुट नयी दिल्ली में पार्टी आलाकमान से मुलाकात कर सकता है। यह गुट विजयेंद्र का विरोधी है।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र है। यदि किसी राजनीतिक दल में संगठनात्मक चुनाव व्यवस्थित तरीके से होते हैं तो केवल भाजपा में ही होते हैं। मंडल स्तर से लेकर जिला स्तर, प्रदेश अध्यक्ष चुनाव से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव तक व्यवस्थित तरीके से होते हैं, जैसा कि राष्ट्रीय नेतृत्व तय करता है।’’
विजयेंद्र ने कहा कि पार्टी की प्रदेश इकाई के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पिछले वर्ष के दौरान ‘‘भ्रष्ट और दुष्ट’’ कांग्रेस सरकार के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ी है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपने पिछले एक साल के कार्यकाल में प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कैसा प्रदर्शन किया है, यह राज्य की जनता, पार्टी कार्यकर्ताओं, विधायकों और नेताओं तथा नेतृत्व को पता है।’’
विजयेंद्र ने कहा, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि सभी के सहयोग से मैं प्रदेश अध्यक्ष पद पर बना रहूंगा और पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करूंगा। मुझे पूरा विश्वास है।’’
उन्हें नवंबर 2023 में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। उनकी पदोन्नति से भाजपा में कई लोगों में नाराजगी है और कई वरिष्ठ नेताओं ने बार-बार उनके नेतृत्व एवं उनकी कार्यशैली के खिलाफ असंतोष व्यक्त किया है। शिकारीपुरा से विधायक विजयेंद्र इस नाराजगी को दूर करने में असमर्थ रहे हैं।
कई नेता, खास तौर पर यतनाल और जारकीहोली ने विजयेंद्र की खुलकर आलोचना की है और उन पर सत्तारूढ़ कांग्रेस के साथ ‘‘समायोजन की राजनीति’’ करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि विजयेंद्र तथा उनके पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा पार्टी को अपने चंगुल में रखने की कोशिश कर रहे हैं।
विजयेंद्र ने कहा, ‘‘पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व हर चीज पर नजर रख रहा है। मुझे विश्वास है कि सबकुछ ठीक होगा और इसका सुखद अंत होगा।’’