सिडनी, 25 फरवरी (द कन्वरसेशन) तानाशाही बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यहां तक कि गैर-निर्वाचित उद्यमी एलन मस्क भी ‘‘राजाओं’’ की तरह हुक्म चला रहे हैं।
कुछ लोग इन नेताओं को ‘‘प्रामाणिक’’ कह सकते हैं क्योंकि वे वही कहते हैं और अक्सर वही करते हैं जो वे मानते हैं। लेकिन यह पूरी कहानी नहीं है।
ऐसे एकतरफा फैसले बहुत विभाजनकारी होते हैं और अक्सर इनका विरोध किया जाता है। अमेरिका में संघीय अदालत ने नुकसान को रोकने के लिए कार्यस्थल पर विविधता, समानता और समावेशन कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाने संबंधी ट्रंप के कार्यकारी आदेश पर रोक लगा दी थी।
शोधकर्ताओं का मानना था कि प्रामाणिकता स्वाभाविक रूप से अच्छी और नैतिक होती है। लेकिन जैसे-जैसे प्रामाणिक नेतृत्व अनुसंधान मजबूत प्रयोगात्मक तरीकों के साथ अधिक परिष्कृत होता जा रहा है, इस शक्तिशाली दृष्टिकोण के बारे में हम जो जानते हैं वह तेजी से बदल रहा है।