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खाने में तेल का प्रचलन तो बहुत पुराना है साथ ही प्राचीन समय से इसका प्रचलन त्वचा की देखभाल के लिए भी किया जाता था। समय बदलने के साथ तेल का त्वचा पर प्रयोग बस मालिश के लिए किया जाने लगा और त्वचा निखारने के लिए कई कृत्रिम प्रसाधनों ने स्थान ने लिया। उच्च वर्ग से लेकर मध्यम वर्ग की महिलाओं ने तेल का प्रयोग त्वचा पर करना बंद कर दिया और कृत्रिम प्रसाधनों पर ज्यादा ध्यान दिया।
अब जब कई कृत्रिम प्रसाधनों के दुष्परिणाम आने लगे हैं तो कुछ लोगों ने फिर से त्वचा की नमी और चमक बरकरार रखने के लिए विभिन्न तेलों का प्रयोग करना प्रारंभ की दिया है। आइये जानें कुछ तेल जो त्वचा को नम और चमकदार बनाते हैं।
नारियल तेल करता है माश्चराइजर का काम:-
त्वचा का रूखापन दूर करने के लिए जरूरत पड़ती है माश्चराइजर की। सर्दियों में त्वचा अक्सर ठंडी हवाओं के कारण जल्दी रूखी हो जाती है ऐसे में त्वचा की नमी को बरकरार रखने के लिए नहाने से पहले नारियल के तेल से हाथों-पैरों की मालिश कर लें फिर हल्के गुनगुने पानी से स्नान करें। तेल से त्वचा पर मालिश करने से रक्त संचार तेज होता है, त्वचा में झुर्रियां देर से पड़ती हैं और त्वचा में चमक बनी रहती है।
बादाम का तेल त्वचा को देता है चमक:-
बादाम का तेल त्वचा की चमक को बरकरार रखने में मदद करता है। रात्रि में सोने से पहले चेहरा साफ कर बादाम तेल से 2 मिनट तक चेहरे और गर्दन पर हल्के हाथों से मालिश करने से त्वचा में चमक बनी रहती है।सर्दियों में विशेष रूप से बादाम तेल का प्रयोग करते रहें ताकि त्वचा में चमक के साथ त्वचा नर्म भी रहे। त्वचा की कोमलता बनाए रखने के लिए ताजी मलाई में कुछ बूंदें गुलाबजल और नींबू के रस की मिलाकर रात को सोने से पूर्व लगाएं और सुबह चेहरा ताजे पानी से धो लें। बादाम तेल और इस मिश्रण को अदल बदल कर प्रयोग कर सकते हैं।
होंठों, हाथों पैरों के लिए आलिव ऑयल है कारगर:-
सर्दियों की ठंडी हवाएं त्वचा के साथ-साथ होंठों पर भी प्रभाव डालती हैं। जिसके कारण होंठ फटने की शिकायत आम होती है। रात्रि में सोने से पहले नियमित रूप से आलिव ऑयल या मलाई लगाने से लाभ मिलता है। होंठ नर्म बने रहते हैं। इसके अतिरिक्त ग्लिसरीन का इस्तेमाल भी लाभप्रद होता हे। रात्रि में सोने से पूर्व नाभि पर सरसों का तेल नियमित लगाने से होंठ नहीं फटते। फटी एडि़यों पर भी आलिव आयल लगाने से पांव मुलायम बनते हैं और त्वचा नर्म रहती है। हाथों पैरों पर भी आलिव आयल का प्रयोग नियमित करें ताकि हाथ पैरों की त्वचा नर्म बनी रहे। हाथों पर विशेष रूप से इसका प्रयोग लाभप्रद होता है क्योंकि हाथों की त्वचा पतली होती है जिस पर सर्दी का प्रभाव अधिक पड़ता है।
त्वचा को शुष्क हवा के दुष्प्रभाव से बचाए रखने के लिए कुदरती नमी बनाए रखना जरूरी है जोे इन तेलों से तथा ग्लिसरीन,नींबू, गुलाबजल के मिश्रण से रखा जा सकती है। त्वचा पर दही लगाने से भी त्वचा चिकनी बनती है और नियमित दही का सेवन भी त्वचा में नमी बनाए रखता है।
अब जब कई कृत्रिम प्रसाधनों के दुष्परिणाम आने लगे हैं तो कुछ लोगों ने फिर से त्वचा की नमी और चमक बरकरार रखने के लिए विभिन्न तेलों का प्रयोग करना प्रारंभ की दिया है। आइये जानें कुछ तेल जो त्वचा को नम और चमकदार बनाते हैं।
नारियल तेल करता है माश्चराइजर का काम:-
त्वचा का रूखापन दूर करने के लिए जरूरत पड़ती है माश्चराइजर की। सर्दियों में त्वचा अक्सर ठंडी हवाओं के कारण जल्दी रूखी हो जाती है ऐसे में त्वचा की नमी को बरकरार रखने के लिए नहाने से पहले नारियल के तेल से हाथों-पैरों की मालिश कर लें फिर हल्के गुनगुने पानी से स्नान करें। तेल से त्वचा पर मालिश करने से रक्त संचार तेज होता है, त्वचा में झुर्रियां देर से पड़ती हैं और त्वचा में चमक बनी रहती है।
बादाम का तेल त्वचा को देता है चमक:-
बादाम का तेल त्वचा की चमक को बरकरार रखने में मदद करता है। रात्रि में सोने से पहले चेहरा साफ कर बादाम तेल से 2 मिनट तक चेहरे और गर्दन पर हल्के हाथों से मालिश करने से त्वचा में चमक बनी रहती है।सर्दियों में विशेष रूप से बादाम तेल का प्रयोग करते रहें ताकि त्वचा में चमक के साथ त्वचा नर्म भी रहे। त्वचा की कोमलता बनाए रखने के लिए ताजी मलाई में कुछ बूंदें गुलाबजल और नींबू के रस की मिलाकर रात को सोने से पूर्व लगाएं और सुबह चेहरा ताजे पानी से धो लें। बादाम तेल और इस मिश्रण को अदल बदल कर प्रयोग कर सकते हैं।
होंठों, हाथों पैरों के लिए आलिव ऑयल है कारगर:-
सर्दियों की ठंडी हवाएं त्वचा के साथ-साथ होंठों पर भी प्रभाव डालती हैं। जिसके कारण होंठ फटने की शिकायत आम होती है। रात्रि में सोने से पहले नियमित रूप से आलिव ऑयल या मलाई लगाने से लाभ मिलता है। होंठ नर्म बने रहते हैं। इसके अतिरिक्त ग्लिसरीन का इस्तेमाल भी लाभप्रद होता हे। रात्रि में सोने से पूर्व नाभि पर सरसों का तेल नियमित लगाने से होंठ नहीं फटते। फटी एडि़यों पर भी आलिव आयल लगाने से पांव मुलायम बनते हैं और त्वचा नर्म रहती है। हाथों पैरों पर भी आलिव आयल का प्रयोग नियमित करें ताकि हाथ पैरों की त्वचा नर्म बनी रहे। हाथों पर विशेष रूप से इसका प्रयोग लाभप्रद होता है क्योंकि हाथों की त्वचा पतली होती है जिस पर सर्दी का प्रभाव अधिक पड़ता है।
त्वचा को शुष्क हवा के दुष्प्रभाव से बचाए रखने के लिए कुदरती नमी बनाए रखना जरूरी है जोे इन तेलों से तथा ग्लिसरीन,नींबू, गुलाबजल के मिश्रण से रखा जा सकती है। त्वचा पर दही लगाने से भी त्वचा चिकनी बनती है और नियमित दही का सेवन भी त्वचा में नमी बनाए रखता है।