नयी दिल्ली, चार फरवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी की (भाजपा) सांसद हेमा मालिनी ने मंगलवार को कहा कि महाकुंभ में भगदड़ कोई ‘‘बड़ी घटना’’ नहीं थी और इसे ‘‘बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।’’
उन्होंने यह भी कहा कि इस धार्मिक आयोजन को बहुत अच्छी तरह से प्रबंधित किया गया है।
प्रयागराज में जारी महाकुंभ में 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के मौके पर भगदड़ मच गई थी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इसमें कम से कम 30 लोगों की जान चली गई और 60 लोग घायल हो गए।
संसद भवन परिसर में हेमा मालिनी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम कुंभ गए थे…हमने बढ़िया स्नान किया…सब कुछ अच्छे से प्रबंधित किया गया था। यह सही है कि घटना (भगदड़) हुई… इतना कुछ बड़ा नहीं हुआ। मुझे नहीं पता कि यह कितनी बड़ी थी। इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है…बहुत अच्छे से प्रबंधित किया गया है और सब कुछ बहुत अच्छे से है…बहुत सारे लोग आ रहे हैं, इसे प्रबंधित करना बहुत मुश्किल है लेकिन हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं…।’’
अभिनेत्री से राजनेता बनी हेमा मालिनी ने भगदड़ वाले दिन महाकुंभ में स्नान भी किया था।
विपक्षी सदस्यों द्वारा सरकार पर भगदड़ में मरने वालों की संख्या छिपाने का आरोप लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘वे जो कहना चाहते हैं, कहेंगे…गलत बातें कहना उनका काम है।’’
महाकुंभ में भगदड़ का मुद्दा मंगलवार को दोनों सदनों में उठाया गया। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सरकार भगदड़ में मरने वालों की संख्या छिपा रही है और मेले के आयोजन में ‘‘कुप्रबंधन’’ को छिपाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सौगत रॉय ने महाकुंभ में भगदड़ की घटना को ‘‘स्वतंत्र भारत की सबसे बुरी घटनाओं में से एक’’ बताते हुए कहा कि सरकार को मृतकों की ‘सही संख्या’ जारी करनी चाहिए।
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य विपक्षी नेताओं ने सोमवार को संसद में इस मुद्दे को उठाया और मृतकों की सूची की मांग की।
दूसरी ओर, सत्तारूढ़ भाजपा ने कहा कि उसे भगदड़ के पीछे साजिश का अंदेशा है और जांच पूरी होने के बाद इसके लिए जिम्मेदार लोगों को शर्म से सिर झुकाना पड़ेगा।