सर्दियां किसे अच्छी नहीं लगती। ठंड में रजाई, गर्म-गर्म पकौड़े, चाय, कॉफी, सबका अपना एक अलग ही मजा है पर जहां यह मौसम इतना अच्छा होता है वहीं सौंदर्य के लिए घातक भी होता है। सर्दियों में सर्द हवा सबसे ज्यादा प्रभावित करती है हमारी त्वचा को। त्वचा को यह सर्द हवा रूखा बना देती है। त्वचा का फटना तो एक आम समस्या है पर इस मौसम में भी आपकी त्वचा मुलायम व स्वस्थ रह सकती है। इसके लिए त्वचा की सरसों के तेल या जैतून के तेल से सप्ताह में दो बार मालिश करें और कुछ समय पश्चात नहा लें। त्वचा के सूखेपन से बचने के लिए त्वचा पर साबुन का प्रयोग बिल्कुल न करें। चेहरे पर तो आप फेसवाश का प्रयोग कर लेते हैं पर सम्पूर्ण शरीर के लिए आप बेसन में कच्चा दूध मिलाकर इससे त्वचा को साफ करें और फिर अच्छी तरह पानी से साफ कर लें। सूरज की धूप में बैठना तो सर्दियों में अच्छा लगता है पर बैठते समय हमेशा ध्यान रखें कि सूर्य की किरणें आपके चेहरे पर न पड़ें। हमेशा आपकी पीठ सूरज के सामने हो। सूर्य की अल्ट्रा वायलट किरणों से बचाव के लिए भी सिर ढंक कर रखें। जब भी आप दिन में बाहर जा रहे हों तो चेहरे और गर्दन पर सनस्क्रीन लगा कर ही बाहर जाएं। इससे आपकी त्वचा अल्ट्रा वायलट किरणों के प्रभाव से सुरक्षित रहेगी और धूल से भी बचाव रहेगा। अगर आपकी त्वचा सामान्य है और सर्दियां आते ही आप अपनी त्वचा में रूखापन पाते हैं तो त्वचा पर कोल्ड क्रीम का प्रयोग करें। अगर आपकी त्वचा रूखी है तो नहाने से पूर्व भी किसी क्रीम या ऑयल का प्रयोग करें। बहुत अधिक पानी और साबुन का प्रयोग कतई न करें। जैतून के तेल से मालिश सूखी त्वचा को स्निग्ध व चमकदार बनाती है। हमेशा रात को माश्चराइजर का प्रयोग करें। एड़ियों का फटना व रूखे हाथ भी सर्दियों में एक आम समस्या हैं। सर्दियों में हाथ व पैर अपने मुलायमपन को खो देते हैं इसलिए नियमित इनकी मालिश करें और कपड़े धोने या बर्तन मांजने के पश्चात हाथ साफ करके कोल्ड क्रीम से अवश्य मालिश करें। सर्द हवा में होंठों का फटना भी एक आम समस्या है इसलिए होंठों पर वैसलीन, क्रीम, शहद, मलाई आदि लगाएं जिससे होंठ नरम व मुलायम रहें। अधिक ठंड के कारण नाखून भी जल्दी टूटते हैं। इसके लिए नाखूनों पर नेल-पालिश का कम प्रयोग करें और नाखूनों की जैतून के तेल या कोल्ड क्रीम से मालिश करें।