नयी दिल्ली, 23 फरवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले दिनों संपन्न हुए राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए उत्तराखंड और इनमें यादगार प्रदर्शन के लिए खिलाड़ियों की सराहना करते हुए कहा कि युवा खिलाड़ियों की दृढ़ता एवं उनके अनुशासन के साथ भारत आज वैश्विक खेल शक्ति बनने की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है।
मोदी ने आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 119वीं कड़ी में अपने विचार साझा करते हुए कहा कि उत्तराखंड में हुए राष्ट्रीय खेलों में देशभर के 11,000 से अधिक खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया और इस आयोजन ने देवभूमि के नए स्वरूप को पेश किया।
उन्होंने कहा, ‘‘उत्तराखंड अब देश में खेलों के मजबूत बल के रूप में भी उभर रहा है। उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। इस बार उत्तराखंड सातवें स्थान पर रहा। यही तो खेलों की ताकत है, जो व्यक्ति विशेष और समुदाय के साथ-साथ पूरे राज्य का कायाकल्प कर देती है। इससे जहां भावी पीढ़ियां प्रेरित होती हैं, वहीं उत्कृष्टता की संस्कृति को भी बढ़ावा मिलता है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में हुए राष्ट्रीय खेलों ने यह भी दिखाया कि कभी हार न मानने वाले ‘जीतते’ जरूर हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘कंफर्ट (आरामतलबी) के साथ कोई चैंपियन नहीं बनता। मुझे खुशी है, हमारे युवा एथलीटों की दृढ़ता और उनके अनुशासन के साथ भारत आज वैश्विक खेल शक्ति बनने की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों में खिलाड़ियों के कुछ यादगार प्रदर्शनों की आज देश-भर में खूब चर्चा हो रही है।
उन्होंने इन खेलों में सबसे ज्यादा स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय सशस्त्र बलों की टीम सर्विसेज को बधाई दी और इनमें हिस्सा लेने वाले हर खिलाड़ी की सराहना की।
मोदी ने कहा कि इन खेलों में भाग लेने वाले बहुत से खिलाड़ी ‘खेलो-इंडिया’ अभियान की देन हैं। इस क्रम में उन्होंने हिमाचल प्रदेश के सावन बरवाल, महाराष्ट्र के किरण मात्रे, तेजस शिरसे और आंध्र प्रदेश की ज्योति याराजी का जिक्र करते हुए कहा कि इन्होंने देश को नयी उम्मीदें दी हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के भाला फेंक खिलाड़ी सचिन यादव और हरियाणा की ऊंची कूद प्रतिस्पर्धा की खिलाड़ी पूजा और कर्नाटक की तैराक धिनिधि देसिन्धु ने देशवासियों का दिल जीता।
मोदी ने कहा, ‘‘इन खिलाड़ियों ने तीन नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाकर सबको चौंका दिया।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार के राष्ट्रीय खेलों में किशोर चैंपियंस और उनकी संख्या हैरान करने वाली रही।
उन्होंने कहा कि 15 साल के निशानेबाज गेविन एंटनी, उत्तर प्रदेश की हैमर थ्रो खिलाड़ी 16 साल की अनुष्का यादव और मध्य प्रदेश के 19 साल के पोलवाल्टर देव कुमार मीणा ने साबित किया कि भारत में खेलों का भविष्य बेहद प्रतिभावान पीढ़ी के हाथों में है।